28 प्रवासी बिहारी श्रमिकों के लिए संकटमोचक बने कलेक्टर

मुख्यमंत्री की मंशा -कोई भूखा ना सोए एवं कोई पैदल ना चले को साकार कर रहे है कलेक्टर
सवाई माधोपुर।
संकट के समय ही मानवीयता की परीक्षा होती है और इस परीक्षा में सवाई माधोपुर जिला प्रशासन को पूरे अंक मिले है। गत ढाई माह से प्रशासन ने पुलिस, भामाशाहों और कोरोना योद्धाओं की मदद से जहां एक ओर कोरोना का प्रसार रोकने में सफलता पाई है, वहीं प्रवासी श्रमिकों समेत समाज के कमजोर तबके के हर दुख, तकलीफ को दूर किया है। मुख्यमंत्री की मंशा-कोई भूखा ना सोऐ एवं कोई पैदल ना चले को साकार करने में भी कलेक्टर पूरे मनोयोग से जुटे हुए है।
मंगलवार रात्रि को साढे नौ बजे जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया अपने कार्यालय से निवास जा रहे थे तो उन्हें कलेक्ट्रेट के सामने कुछ लोगों का समूह परेशान सा नजर आया। उन्होंने कार रोकी तथा कार से उतरकर उनसे बात की तो पता चला कि बिहार निवासी 28 श्रमिक टोंक जिले की दूनी तहसील एवं समीपवर्ती गांवों में फसल कटाई का कार्य करते थे। वहां काम का सीजन समाप्त हो जाने तथा कोरोना के डर के कारण बिहार जाने की ठानी। कुछ दूर पैदल चले, कुछ दूर लोडिंग टेम्पों मिला और किसी तरह सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। रेलवे स्टेशन पर बिहार जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं थी। वो इधर उधर भूखे प्यासे ही भटक रहे थे।
कलेक्टर पहाडिया ने उनकी व्यथा सुनते हुए पूरी संवेदनशीलता एवं मानवीयता दिखाई तथा तुरंत उपखंड अधिकारी सवाई माधोपुर रघुनाथ, तहसीलदार गोपालसिंह हाडा को फोन कर बुलाया। इन सभी बिहारी श्रमिकों को बजरिया स्थित राजकीय सावित्री बाई फूले छात्रावास में भिजवाकर रूकवाने की व्यवस्था की। रात को अपनी गाडी भिजवाकर इनके खाने-पीने के लिए भोजन मंगवाया।
करवाई चिकित्सकीय जांच:- कलेक्टर पहाडिया ने बुधवार सुबह फिर से हॉस्टल पहुंचकर इन बिहारी श्रमिकों के खाने पीने की व्यवस्था का जायजा लिया। इनसे संवाद किया। साथ ही चिकित्सकों की टीम भेजकर इनके स्वास्थ्य की जांच एवं स्क्रीनिंग भी करवाई। कलेक्टर ने इनके लिए चाय, नाश्ते एवं खाने की व्यवस्था को देखा। जिला कलेक्टर ने श्रमिकों से कहा कि वे यहां कार्य करना चाहते तो उन्हें कार्य भी दिया जा सकता है। श्रमिकों ने कैसे भी बिहार पहंुचने की इच्छा जताई। इस पर कलेक्टर ने तहसीलदार गोपाल सिंह हाडा को रेलवे अधिकारियो से वार्ता कर इनके टिकट करवाने के निर्देश दिए।
खुशी से आभार जताते नजर आए श्रमिक:- कलेक्टर के श्रमिकों को बिहार भिजवाने के आश्वासन एवं उनके द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता पर बिहार के श्रमिकों में शामिल नरपतगंज थाना, जिला अररिया के श्रमिक सुरेन्द्र ऋषिदेव पुत्र दामोदर ऋषिदेव सहित अन्य श्रमिकों ने बताया कि कलेक्टर ने उनकी जो सेवा की है, उसे वे जीवनभर याद रखेंगे। इस पर कलेक्टर पहाडिया ने कहा कि उन्होंने केवल अपने दायित्व का पालन किया है और सवाई माधोपुर जिले की पूरी टीम इसी दायित्व भावना से कार्य कर माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों की अक्षरशः पालना कर इस संकट की घडी का मुकाबला करती रहेगी। इस संकट से हम ज्यादा मजबूत होकर निकलेंगे। बिहार के श्रमिकों के चेहरों पर कलेक्टर की संवेदनशीलता एवं मानवता के साथ की गई सेवा खुशी के साथ स्पष्ट झलक रही थी। इस मौके पर उपखंड अधिकारी रघुनाथ, सवाई माधोपुर तहसीलदार गोपाल सिंह हाडा भी मौजूद थे।