लाखों रेल कर्मचारियों पर भोजन का संकट मंडराया, एआईआरएफ ने कहा- सरकार तत्काल राशन पहुंचाए

गंगापुर सिटी। एआईआरएफ के असिस्टेंट जनरल सैक्रेट्री व वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि पिछले एक माह से जारी लॉकडाउन से सभी वर्गों के साथ-साथ रेल कर्मचारियों की स्थिति भी दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। दूर-दराज क्षेत्रों में पदस्थ लाखों कर्मचारी ऐसे हैं, जिनके पास राशन समाप्त हो चुका है या कुछ दिन का राशन बचा है।
उनकी पदस्थापना के स्टेशन से बाजार काफी दूर है। लॉकडाउन के कारण वे जरूरी सामग्री व खाद्य सामग्री खरीदने जा नहीं पा रहा हैं। इस गंभीर मामले की ओर रेलवे बोर्ड चेयरमैन का ध्यान महामंत्री कामरेड शिवगोपाल मिश्रा ने उठाया है और शुक्रवार को पत्र लिखकर राशन की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है।
ट्रेकमैन सहित अन्य कर्मचारियों को भारी परेशानी
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन की मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि देश के बड़ी संख्या में दूरदराज क्षेत्रों में स्थित स्टेशनों पर पोस्टेड ट्रेकमैन व अन्य स्टाफ लॉकडाउन के चलते भारी परेशान हैं, उनकी परेशानी का कारण यह है कि उनके पास राशन समाप्त हो गया है या होने वाला है। स्थिति यह उत्पन्न हो गई है कि कई रेल कर्मचारी राशन लेने लॉकडाउन के कारण दूरस्थ स्थित मार्केट में जा नहीं सकते। रेलवे की सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले इन कर्मचारियों के पास प्रशासन को खुद पहुंचना होगा और उनकी जरूरतों का ध्यान रखना होगा।
रेलवे राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के सहायक महामंत्री मुकेश गालव ने रेल प्रशासन से मांग की है कि तत्काल ही रेलवे बोर्ड इस दिशा में एक्शन ले और मंडलों को निर्देशित करें कि वे दूरदराज क्षेत्रों के स्टेशनों में पदस्थ स्टाफ की जरूरतों की सामग्री, जिसमें अनाज, तेल व अन्य सामग्रियों को पहुंंचाए।