चीने से लौटे बायोलॉजिस्ट का खुलासा: वुहान में ऐसा रोका कोरोना वायरस

भारत में कोरोना वायरस को लेकर कई प्रकार की अफवाहें हैं। इन्हें समय रहते नियंत्रण में लाना जरूरी है। चीन के वुहान में सभी लोगों ने सरकार की एडवाइजरी का पालन किया, तभी कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सका। सरकार भी अफवाहों पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए। अगर इन पर कंट्रोल नहीं किया तो तीसरी और चौथी स्टेज में ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। यह शब्द चीन के वुहान शहर से आए कांगड़ा के माइक्रो बायोलॉजिस्ट सोमराज ने कहे। सोमराज ने कहा कि सभी को सरकार और प्रशासन की एडवाइजरी का पालन करना चाहिए, जिससे कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। कहा कि वुहान में 20 जनवरी को कोरोना वायरस पूरी तरह आउट ब्रेक हुआ था। तीन दिन बाद चीन सरकार ने 23 जनवरी को सभी शहरों को लॉक डाउन कर दिया था। उसके बाद 14 मार्च को वुुहान के अलावा सभी शहरों को पूरी तरह खोल दिया था।  अब पहली अप्रैल को वुहान शहर को खोलने की सूचना हैं। कांगड़ा के जवाली उपमंडल के मतलाहड़ पंचायत के सोमराज ने कहा कि वह पिछले साढे़ तीन साल से चीन के वुहान में सरकार के फंड से चलने वाली दवा कंपनी में बतौर माइक्रो बायोलॉजिस्ट काम कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने सात साल भारत में काम किया है। उन्होंने कहा कि वह 27 फरवरी को वुहान से भारत आए। उनके साथ 112 लोग आए थे। इनमें कोई भी कोरोना वायरस पॉजिटिव नहीं था। 14 दिन सभी को दिल्ली में आईटीबीपी कैंप में आईसोलेशन करने के बाद घर जाने की अनुमति दी गई थी। उसके बाद वह अपने परिवार के साथ घर में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि वुहान शहर खुलने के बाद वह फिर से कंपनी में सेवाएं देने वापस जाएंगे। वह कंपनी में रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑफ न्यू वैक्सीन में निमोनिया, टायफायड की दवाइयां बनाने में शोध कार्य कर रहे हैं।