कोरोना महामारी के दौर में अन्य बीमारियों का इलाज भी रहेगा जारी

जयपुर। कोरोना महामारी के दौर में अन्य बीमारियों का इलाज जारी रहेगा। कोविड-19 के इलाज पर ध्यान देने के साथ-साथ कोविड-19 के अलावा आवश्यक चिकित्सकीय सेवाएं जारी रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि कोविड-19 की तैयारियों के लिए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल स्थापित किये गए हैं। इसके साथ  कोविड-19 के अलावा अन्य चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। गैर कोविड-19 आवश्यक सेवाओं के अन्तर्गत उच्च प्राथमिकता वाली सेवाओं में प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य एवं डायलिसिस आदि सुविधाएं पूर्व की भांति चौबीसों घंटों उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए पृथक चिकित्सा सुविधा संस्थानों में स्थित प्रसव कक्ष, न्यू बोर्न केयर यूनिट, पोस्ट नेटल वार्ड आदि की व्यवस्था के साथ-साथ आवश्यक चिकित्सक एवं प्रशिक्षित नसिर्ंग स्टाफ की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त लॉकडाउन या कोरोना महामारी की वजह से आमजन को सामान्य बीमारियों के उपचार मे कोई परेशानी नहीं आने दी जा रही है। इस हेतु प्रदेशभर में लगभग 400 मोबाईल मेडिकल यूनिट्स व बेस एम्बूलेन्स के जरिये प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक दवाओं व जाँच सुविधाओं से लगभग 13500 लोगो को लाभान्वित किया गया है मोबाइल ओपीडी में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व व प्रसव बाद देखभाल व आवश्यक दवाओं की भी व्यवस्था है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में आम मरीजों के इलाज के लिए ओपीडी मोबाइल वैन से उपखंड मुख्यालयों, कर्फ्यू वाले क्षेत्रों एवं कन्टेनमेंट जोन में सेवाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने बताया कि शीघ्र घर बैठे चिकित्सा परामर्श की सुविधा www-esanjeevaniopd-in पोर्टल पर शीघ्र उपलब्ध होगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि वैश्विक महामारी एवं राष्ट्रीय आपदा कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों में किसी को भी रक्त के अभाव में परेशानी न हो, इसलिए ब्लड- बैंक में स्वस्थ व्यक्ति, व्यक्तिगत रक्तदान करते रहे है, ऎसा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ब्लड डोनेशन कैंप एवं ब्लड बैंकों में नियमित रक्तदान किया जा रहा है।
सिंह ने बताया कि राज्य में सम्पूर्ण लोक डाउनध्कर्फ्यू के कारण नियमित रूप से दवा लेने वाले मरीजों को होने वाली समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार द्वारा एक राज्य स्तरीय दवा आपूर्ति नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है सभी जिलों के सहायक औषधि नियंत्रक अथवा औषधि नियंत्रण अधिकारियों को भी इसी प्रकार के नियंत्रण कक्ष स्थापित कर मरीजों को उनके घरों पर ही दवाइयां वितरित करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।