जयपुर। शहर के सीतापुरा इंडस्ट्रीयल इलाके में एक बुजुर्ग की हत्या कर शव को बोरे में फेंकने की वारदात का सांगानेर सदर पुलिस ने पर्दाफाश कर तीन दोस्तों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। हत्या की यह वारदात मृतक की बहू के मुंहबोले भाई ने रची थी। उसने मृतक के फोन पे का पासवर्ड बदलते वक्त खाते में मोटी रकम देखकर रुपए पाने के लालच में दो दोस्तों के साथ मोबाइल फोन लूटने के लिए सोमवार को गला घोंटकर हत्या की। इसके बाद शव को बोरे में डालकर दोस्त की स्कूटी से सीतापुरा में फेंक आए। वारदात के वक्त मृतक घर पर अकेला था। उसके बेटे बहू गांव गए हुए थे।
ये है तीनों आरोपी, मृतक के घर के पड़ोस में पांच दिन पहले रहने आए थे
डीसीपी (साउथ) मनोज चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी तेज सिंह गुर्जर (21), आरोपी असलम खान (19) और तीसरा अभिषेक उर्फ गोलू सेन (21) है। ये तीनों सवाईमाधोपुर जिले के मलारना डूंगर में चाणढोली गांव के रहने वाले है। मृतक घनश्याम वैष्णव के बेटे की शादी चाणढोली गांव में ही हुई थी।
इनमें आरोपी तेज सिंह, मृतक घनश्याम वैष्णव की बहू का मुंहबोला भाई लगता था। इससे तेजसिंह का घनश्याम के घर आना जाना था। तेजसिंह व असलम पिछले करीब एक सप्ताह से यहां गोलू के साथ कमरे पर रह रहे थे। इसके बाद पांच दिन पहले ही तेजसिंह व असलम ने मृतक घनश्याम वैष्णव के घर के पड़ौस में रहने के लिए कमरा किराए पर लिया था।
फोन-पे का पासवर्ड बदलते वक्त खाते में मोटी रकम देखकर आया लालच
पूछताछ में सामने आया कि मृतक घनश्याम के बेटे व बहू 22 अक्टूबर को गांव गए थे। तब वे दोनों तेजसिंह को घनश्याम के लिए सुबह शाम खाना बनाने की जिम्मेदारी देकर गए थे। इसी दौरान घनश्याम वैष्णव ने बातचीत के दौरान तेजसिंह से अपने फोन-पे का पासवर्ड बदलवाया था। तब तेजसिंह को पता चला कि घनश्याम के बैंक खाते में 1.91 लाख रुपए है। तेजसिंह के मन में लालच आ गया। उसने अपने दोस्त असलम और गोलू को इसकी जानकारी दी।
तब गोलू ने तेजसिंह से कहा कि तुम घनश्याम का मोबाइल फोन ले आओ। मैं उसके खाते के पैसे ट्रांसफर कर निकाल लूंगा। साजिश के सूत्रधार गोलू ने यह भी कहा कि घनश्याम रात को 8 बजे साइकिल से ड्यूटी पर जाता है। तब तुम मोबाइल पर फोन करना। जब वह मोबाइल फोन सुनने के लिए ज्योंही फोन उठाएगा। तुम मोबाइल फोन लूट कर भाग जाना।
मोबाइल फोन लूटने में नाकाम होने पर घर पर की गला घोंटकर हत्या
साजिश के मुताबिक तेजसिंह व असलम ने दो दिनों तक घनश्याम का पीछा किया। लेकिन वह मोबाइल फोन नहीं लूट सके। तब तीनों दोस्तों ने घनश्याम की हत्या कर मोबाइल फोन लूटने की साजिश रची। इसके बाद 25 अक्टूबर को तेजसिंह अपने दोस्त असलम को लेकर घनश्याम वैष्णव के घर पहुंचे। वहां खाना खाकर सोने का नाटक किया। इसके बाद जब घनश्याम वैष्णव भी खाना खाकर सो गए। तब दोनों युवकों ने गला दबाकर उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को एक बोरे में डाल दिया और घनश्याम का मोबाइल फोन अपने दोस्त गोलू को ले जाकर दे दिया।
लड़की से मिलने का बहाना कर अपने दोस्त की स्कूटी लाए, इसी पर लाश का बोरा ले गए
एडिशनल डीसीपी अवनीश कुमार शर्मा ने बताया कि हत्या के बाद तेजसिंह ने अपने दोस्त मंजीत को फोन कर कहा कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जाने की बात कही। यह बहाना बनाकर तेजसिंह अपने दोस्त की स्कूटी ले आया। इसके बाद वे दोनों कमरे में रखा शव का बोरा स्कूटी पर डाला और फिर सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में फेंककर आ गए। उन्होंने बोरे पर एक गद्दी डाल दी। ताकि कोई देख नहीं सके। अगले दिन 26 अक्टूबर को लाश वाले बोरे को कुत्ते नोंच रहे थे। तब सूचना मिलने पर सांगानेर सदर पुलिस मौके पर पहुंची और शव की शिनाख्त की।
मृतक के बेटे के साथ घूमकर घनश्याम को तलाशने का नाटक किया
वारदात के अगले दिन तेजसिंह ने घनश्याम के बेटे को फोन कर बताया कि उसके पिता फोन पर किसी से झगड़ते हुए बाहर निकले थे। इसके बाद उनका मोबाइल फोन बंद आ रहा है। तब आरोपी तेजसिंह मृतक के बेटे के साथ मिलकर घनश्याम को तलाशने का नाटक करता रहा। उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए बताया कि घनश्याम की हिसाब को लेकर किसी से कहासुनी हो रही थी। यह खुलासा सांगानेर सदर थानाप्रभारी हरिपाल सिंह राठौड़, सबइंस्पेक्टर संग्राम सिंह की अगुवाई में गठित टीम ने किया।
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