IAS Indra singh Rao ट्रेप केस:शिकायतकर्ता पर शक हुआ तो कलेक्टर के पीए ने उसके भाई से फोन पर पूछा- तुम्हारा भाई कोई पंगा तो नहीं करवा देगा

IAS Indisingh Rao
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  • 9 दिसंबर को एसीबी कोटा ने कलेक्टर राव के पीए को किया था रिश्वत लेते ट्रेप
  • 24 दिसंबर को जयपुर में सेंट्रल पार्क में घूमते वक्त एसीबी ने इंद्रसिंह को पकड़ा

बारां जिले के IAS Indra singh Rao और उनके पीए महावीर प्रसाद नागर के रिश्वत लेने के ट्रेप केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एसीबी सूत्रों की मानें तो पेट्रोल पंप के संचालन के लिए एनओसी जारी करने की एवज में रिश्वत मांगते वक्त कलेक्टर इंद्रसिंह को शिकायतकर्ता गोविंद सिंह पर शक हुआ था। तब उन्होंने पीए महावीर को भी बताया था।

इसके बाद महावीर नागर ने गोविंद के भाई गजेंद्र को फोन किया। उनसे बातचीत करते हुए पूछा कि तुम्हारा भाई कोई पंगा तो नहीं करवा देगा। साहब कह रहे थे ये आदमी ऊटपटांग लग रहा है। लेकिन गोविंद सिंह के भाई गजेंद्र ने कलेक्टर के पीए को विश्वास में लेते हुए कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करेगा। तब कलेक्टर इंद्रसिंह राव और पीए महावीर नागर आश्वस्त हो गए थे।

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सेंट्रल पार्क में घूमते वक्त एसीबी ने राव को पकड़ा था

इसके बाद एसीबी ने 9 दिसंबर को कलेक्टर ऑफिस में पीए महावीर नागर 1.40 लाख रुपए की रिश्वत लेते वक्त रंगे हाथ गिरफ्तार हो गया। उसने पकड़ने जाने पर खुलासा कर दिया कि रिश्वत IAS Indra singh Rao के कहने पर ली है। तब एसीबी ने राव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर करीब कई घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद 24 दिसंबर को इंद्रसिंह राव को जयपुर में टोंक रोड पर सेंट्रल पार्क में घूमते वक्त पकड़ा और एसीबी मुख्यालय ले गई। वहां पूछताछ के बाद शाम 5 बजे गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के बाद IAS Indra singh Rao, अब वे 6 जनवरी तक कोटा जेल में है।

डेढ़ महीने का अटका काम करने में दो मिनट की देरी भी नहीं की

एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन के मुताबिक परिवादी गोविंद सिंह ने बारां से जयपुर आकर एसीबी मुख्यालय में शिकायत की थी कि पेट्रोल पंप की एनओसी देने के लिए कलेक्टर रिश्वत मांग रहे है। तब कोटा एसीबी के एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील को जांच सौंपी।

गोविंद सिंह ने यह भी बताया कि करीब डेढ़ महीने से एनओसी की फाइल कलेक्टर ऑफिस में अटकी हुई थी। ज्योंही 8 दिसंबर को रिश्वत की डील तय हो गई। उनका काम महज दो मिनट में हो गया। कलेक्टर ने पीए को फाइल की एनओसी जारी करने के लिए कह दिया। अगले दिन पीए महावीर ट्रेप हो गया।

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