IPL-2020: दिल्ली और पंजाब में आज होगी कांटे की टक्कर

आईपीएल के 13वें सीजन का दूसरा मैच किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स के बीच आज दुबई में खेला जाएगा। यूएई में पंजाब की टीम अब तक एक भी मैच नहीं हारी। टीम ने यहां 2014 में सभी 5 मैच में जीत दर्ज की थी। साथ ही पंजाब ने पिछले तीन सीजन में अपना पहला मैच जीता है। ऐसे में टीम अपने इस रिकॉर्ड को बरकरार रखना चाहेगी। हालांकि, इस बार बेहतरीन स्पिनर्स से सजी दिल्ली कैपिटल्स भारी पड़ सकती है। टीम में दिग्गज रविचंद्रन अश्विन, अमित मिश्रा और अक्षर पटेल जैसे अनुभवी स्पिनर्स हैं। इन्हें स्लो पिच पर काफी मदद मिलेगी और इनकी दम पर दिल्ली इस बार अपना पहला खिताब जीतने की भी पूरी कोशिश करेगी। अश्विन पिछली बार पंजाब टीम के कप्तान थे।

यूएई में दिल्ली का खराब रिकॉर्ड
लोकसभा चुनाव के कारण आईपीएल 2009 में साउथ अफ्रीका और 2014 सीजन के शुरुआती 20 मैच यूएई में हुए थे। तब यूएई में दिल्ली का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा था। टीम ने तब यहां 5 में से 2 मैच जीते और 3 हारे थे।

इन रिकॉर्ड्स पर रहेगी नजर

  • लोकेश राहुल मैच में 23 रन बनाते ही आईपीएल में अपने 2 हजार रन पूरे कर लेंगे। वे ऐसा करने वाले 20वें भारतीय होंगे।
  • क्रिस गेल 16 रन बना लेते हैं तो लीग में 4500 या उससे अधिक रन बनाने वाले दूसरे विदेशी बन जाएंगे।‌
  • 100 छक्के का आंकड़ा छूने के लिए शिखर धवन को 4, जबकि ऋषभ पंत को 6 छक्के की जरूरत है।

हेड-टु-हेड
पंजाब की टीम ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 14 मैच दिल्ली के ही खिलाफ जीते हैं। दोनों के बीच अब तक 24 मुकाबले खेले गए। दिल्ली ने 10 मैच जीते हैं। पिछले सीजन में दोनों को एक-एक मैच में जीत मिली थी।

पिच और मौसम रिपोर्ट: दुबई में मैच के दौरान आसमान साफ रहेगा। तापमान 28 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। यहां स्लो विकेट होने के कारण स्पिनर्स को भी काफी मदद मिलेगी। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। यहां हुए पिछले 61 टी-20 में पहले बल्लेबाजी वाली टीम की जीत का सक्सेस रेट 55.74% रहा है।

  • इस मैदान पर हुए कुल टी-20: 61
  • पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती: 34
  • पहले गेंदबाजी करने वाली टीम जीती: 26
  • पहली पारी में टीम का औसत स्कोर: 144
  • दूसरी पारी में टीम का औसत स्कोर: 122

दिल्ली अकेली टीम, जो अब तक फाइनल नहीं खेली
पंजाब और दिल्ली दोनों अब तक लीग का खिताब नहीं जीत सकी हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा की मालिकाना वाली पंजाब टीम अब तक एक ही बार 2014 में फाइनल खेल सकी और एक ही बार 2008 में सेमीफाइनल से बाहर हुई थी। वहीं, दिल्ली अकेली ऐसी टीम है, जो अब तक फाइनल नहीं खेल सकी। हालांकि, दिल्ली टूर्नामेंट के शुरुआती दो सीजन (2008, 2009) में सेमीफाइनल तक पहुंची थी।

पंजाब में गेल, राहुल और मैक्सवेल पर अहम जिम्मेदारी
पंजाब टीम में इस बार नए कप्तान लोकेश राहुल के साथ सबसे अनुभवी दिग्गज वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल के कंधों पर अहम जिम्मेदारी होगी। गेल ने लीग के इतिहास में सबसे ज्यादा 326 छक्के और सबसे ज्यादा 6 शतक लगाए हैं। बॉलिंग डिपार्टमेंट में टीम के लिए मोहम्मद शमी और शेल्डन कॉटरेल अहम भूमिका में रहेंगे।

दिल्ली में युवा खिलाड़यों पर रहेगा दारोमदार
दिल्ली कैपिटल्स में युवा खिलाड़ियों पर अपनी टीम को जीत दिलाने का दारोमदार रहेगा। कप्तान श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और पृथ्वी शॉ जैसे युवा बल्लेबाज टीम में की-प्लेयर हैं। इसके अलावा शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे और अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी टीम को मजबूती प्रदान करेंगे।