ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दिया मोबाइल, 10 साल के बेटे ने खेला ऐसा ‘खेल’, उड़ गए पिता के होश

आगरा के परिवहन विभाग के एक अधिकारी के बेटे ने छह महीने में ऑनलाइन गेम खेलकर 2.50 लाख रुपये गंवा दिए। अधिकारी को खाते का बैलेंस चेक करने पर रकम निकलने की जानकारी हुई। उन्होंने साइबर क्राइम की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस से शिकायत की। शनिवार को हकीकत सामने आई तो उनके होश उड़ गए। बेटा कक्षा छह में पढ़ता है। मोबाइल से ऑनलाइन गेम खेलकर पेटीएम से भुगतान कर रकम खर्च कर दी। सिकंदरा निवासी परिवहन अधिकारी ने 22 सितंबर को साइबर सेल में अपने बैंक खाते से 2.50 लाख रुपये निकलने की शिकायत दर्ज कराई थी। यह भी बताया कि जिस खाते से रकम निकली है, वह उस खाते से लेनदेन कम ही करते हैं। एक दिन रकम ट्रांसफर करने के लिए खाते का बैलेंस चेक किया तो ढाई लाख रुपये नहीं थे। उसमें 500 रुपये ही बचे थे। 
साइबर क्राइम की आशंका थी। उन्होंने पुलिस से शिकायत की। इस पर साइबर सेल ने जांच की। जांच में पता चला कि खाते से रकम पेटीएम से ऑनलाइन ट्रांसफर की गई है। मार्च से अगस्त के बीच कई बार में यह भुगतान गेम कंपनियों को किया गया है। जिस पेटीएम से भुगतान किया गया, वह परिवहन अधिकारी के नाम पर ही था। इस पर पुलिस ने अधिकारी से बात की।

उन्होंने बताया कि दस साल का बेटा कक्षा छह में पढ़ता है। वह मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलता था। इस दौरान गेम में रिवार्ड प्वाइंट क्वाइन विशेष हथियार का विकल्प लेने के लिए भुगतान किया था। इस बारे में पता चलने पर अधिकारी ने शिकायत वापस ले ली। उन्होंने बेटे को समझाया।
ऑनलाइन कक्षा के लिए दिया था मोबाइल
परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया कि बेटे को मोबाइल गेम खेलने के लिए नहीं दिया था। उसे ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दिया था। इस मोबाइल में अधिकारी पेटीएम भी चलता था। पेटीएम से खाता भी जुड़ा था। बेटे ने गेम के लिए भुगतान करने के लिए पेटीएम का इस्तेमाल किया। पेटीएम का वन टाइम पासवर्ड देखने के बाद हटा देता था।
बच्चा गेम खेले तो रखें ध्यान
साइबर सेल एक्सपर्ट के मुताबिक, जिस मोबाइल का इस्तेमाल बच्चे कर रहे हैं, उसमें पेटीएम नहीं रखें। मोबाइल को लॉक करके सुरक्षित रखें। पेटीएम से आनलाइन भुगतान के लिए एटीएम कार्ड का सीवीवी नंबर मांगा जाता है, नंबर को कार्ड से मिटा दें। इस नंबर को अपनी डायरी में सुरक्षित रख लें, जिससे खुद उसका इस्तेमाल कर सकें।
बच्चे गेम खेल रहे हैं तो उनसे पता करें कि वह रुपये देकर गेम डाउनलोड कर रहे हैं या निशुल्क है। इसके साथ ही यह भी पता करते रहें कि वह गेम में अतिरिक्त विकल्प ले रहे हैं तो कैसे आए? ज्यादातर गेम डाउनलोड तो निशुल्क होते हैं, लेकिन उनमें अतिरिक्त विकल्प के लिए भुगतान करना होता है।