कोटा। केन्द्रिय श्रम संगठनों इंटक, एटक, एच.एम.एस., सीटू, राज.टे्र. यू. केन्द्र, आरएमआरएसयू, बीमा, बैंक के सभी श्रमिकों एवं संगठित व असंगठित क्षेत्र की यूनियनें एवं अन्य शामिल संगठन द्वारा सोमवार को प्रेस वार्ता वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के सभा कक्ष में आयोजित की गई।
केन्द्रीय श्रम संगठनों का संयुक्त मोर्चा के संयोजक मुकेश गालव ने बताया कि सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण कर रही है, देश में एफडीआई ला रही है, रेलवे का निजीकरण करने में आमादा है, सरकार द्वारा 300 सरकारी स्कूलों को बन्द कर पीपीपी मॉडल में बनाने जा रही है, एलआईसी को भी निजी हाथों में देने की तैयारी है, महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, सभी को न्यूनतम वेतन 21 हजार रुपए प्रतिमाह से कम नहीं होना चाहिये, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिये सर्वव्यापी सामाजिक सुरक्षा कानून बनाया जाये, राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा कोष का निर्माण किया जाये, आंगनबाड़ी, मिड-डे-मिल, आशा, रोजगार सेवक, ग्रामीण आदि कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा साथ ही कोटा संभाग में बन्द पड़ कारखानों को पुन: चालू करना, एएसआई कम्पनी रामगंजमंडी में कार्यरत श्रमिकों को अन्तरिम राहत प्रदान करना, जैसी अनेक समस्याओं व मांगों को लेकर 8 जनवरी को देशव्यापी आम हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया है।
संयोजक मुकेश गालव ने बताया कि 8 जनवरी को नयापुरा चौराहे पर एकत्रित होकर विशाल रैली निकालकर प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया जायेगा। जिसमें सभी श्रमिकों से आह्वान किया है कि अधिक से अधिक संख्या में एकत्रित होकर आम हड़ताल को सफल बनाया जाये।
राजस्थान मेडीकल एव सेल्स रिप्रेन्टेटिव यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव ने बताया कि वर्तमान केन्द्र सरकार कानूनों में श्रम सुधार के नाम पर जो हमला किया है उससे दवा प्रतिनिधियों को अधिकार प्राप्त है उनके समाप्त करने की साजिश कर रही है।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से संयोजक मुकेश गालव, रेलवे यूनियन के इरशाद खान, इंटक के राजेश चौहान, असंगठित क्षेत्र के जी.पी. सिंह एवं प्रवक्ता राजेश गौतम उपस्थित थे।