अब इथेनॉल के लिए नहीं होगा गन्ने के रस का उपयोग

चीनी की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार का बड़ा कदम

शक्कर (चीनी) मिलों में अब गन्ने के रस से इथेनॉल का उत्पादन नहीं होगा। इससे शक्कर उत्पादन में वृद्धि के साथ शक्कर की बढ़ती कीमतों पर भी अंकुश लग सकेगा। इसके लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश में अब गन्ने के रस और चीनी के रस से इथेनॉल का उत्पादन नहीं होगा। सभी चीनी मिलों को इस पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया है। डिस्टिलरी के मुख्य प्रबंधक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भी इस बारे में अवगत कराया गया है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की तरफ से चीनी मिलों को जारी पत्र में उल्लेख किया कि बी-हेवी शीरे से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को इथेनॉल की आपूर्ति होती रहेगी। ऐसे में अब चीनी मिलों को गन्ने के रस से चीनी ही तैयार करने की अनुमति होगी। मिल गन्ने के रस से इथेनॉल का उत्पादन नहीं करेंगी। इसके चलते आने वाले समय में चीनी का उत्पादन बढ़ने के साथ आसमान छू रही कीमतों पर भी अंकुश लग सकेगा।