गंगापुर सिटी/ झुंझुनू। 22 ग्रेनेडियर भारतीय थल सेना में रहे वीर शहीद विधाधर डुडी का मूर्ति अनावरण समारोह हजारों लोगों की मौजूदगी में शहीद स्मारक भीमसर रोड ग्राम रसोड़ा में बड़े धूमधाम से मनाया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर रहे। उन्होंने कहा कि शहीदों को देवता की तरह पूजना चाहिए। विधाधर डुडी भी इस क्षेत्र के लिए देवता से कम नहीं। उन्होंने देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी, उनसे बड़ा देवता कोई नहीं हो सकता। हम सबको इनकी पूजा करनी चाहिए। जब भी किसी कार्य की शुरुआत करें तो इस मूर्ति को नमन करें, वह कार्य अपने आप गति पकड़ लेगा।
समारोह की अध्यक्षता कर रही मण्डावा विधायक सुश्री रीटा चौधरी ने कहा कि देश के लिए मर-मिटना अपने-आप में बड़े गौरव की बात है। शहीद विधाधर डुडी ऐसी ही शख्सियत थीं, जो देश के लिए शहीद हो गए।
समारोह में मौजूद भजन मण्डली की ओर से शहीद विधाधर डुडी के सम्मान में एक गीत की प्रस्तुति दी गई, जिसे सुनकर सब लोग स्तब्ध रहे गए।
समारोह में अतिथियों ने शहीद की माताजी सावित्री देवी, शहीद की वीरांगना सुमित्रा देवी, शहीद के पुत्र सत्यवीर डुडी, शहीद की पुत्रवधु सुनीता डुडी, शहीद की पुत्री सुलोचना का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
शहीद के पुत्र डॉ. सतवीर डूडी ने अपने पिता विधाधर डुडी को नमन करते हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।
डॉ. डुडी ने कहा कि पूरा गाँव हमेशा उनके परिवार के साथ हमेशा खड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने देश की मिट्टी की लाज रखने के लिए अपने आप को न्यौछावर कर दिया। यह उनके लिए बड़े गौरव की बात है।
इससे पहले सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष बाजौर व विधायक रीटा चौधरी ने शहीद विधाधर डुडी की मूर्ति का अनावरण किया। साथ ही दो शिलापट्टिकाओं का अनावरण किया।
समारोह में ग्राम पंचायत भीमसर सरपंच श्रीमती नीरू टीबड़ा, पूर्व सभापति सजन सिंह मिश्रा, पूर्व प्रधान घासीराम पूनिया, कैप्टन टीपू सुल्तान 22 ग्रेनेडियर, केप्टन केसरङ्क्षसह, शीशराम सुरा, डॉ. सुरेश सुरा, सर्किल इंस्पेक्टर राजेश ढाका, शिवकरण जानू, कुलदीप पूनिया, पवन पुजारी, प्रेम प्रकाश एएओ, पूर्व प्रधानाचार्य रामलाल सिंह डुडी, पूर्व तहसीलदार चुन्नीलाल, सहायक प्रोफेसर इरशाद खान सहित अनेक २२ ग्रेनेडियर के अधिकारी आदि मौजूद थे। समारोह में शहीद परिवार से सूबेदार मंगलाराम डुडी, रामचंद डुडी, रामकरण डुडी, शीशराम डुडी, पूर्व एक्सईएन देवीसिंह डुडी, जगदीश डुडी, रामलाल डुडी, श्रीचंद, कूरड़ाराम कुल्हारी, डीवाईएसपी सुरेन्द्र भालोठिया भी मौजूद थे। संचालन सत्यवीर झाझडिया ने किया।