मेडिकल छात्रों को झटका: 2021 से नीट की परीक्षा दो बार नहीं, बल्कि एक ही बार होगी

मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर नहीं है। 2021 से नीट साल में एक ही बार होगा। छात्रों को जेईई मेन की तर्ज पर नीट के भी साल में दो बार होने की आस थी, पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मना कर दिया। आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक पांडे ने आरटीआई में पूछा था कि एचआरडी मिनिस्ट्री (अब एजुकेशन मिनिस्ट्री) के अनुसार एनटीए ने नीट साल में दो बार कराने का फैसला लिया था, क्या एनटीए 2021 में नीट दाे बार करवाएगा? एनटीए ने जवाब दिया कि मौजूदा नियम के अनुसार नीट (यूजी) साल में एक बार ही होना है। इस मामले में जब भास्कर ने एनटीए के अधिकारियों से संपर्क किया तो उनसे कोई जवाब नहीं मिला। बता दें पिछले वर्ष एनटीए के डायरेक्टर विनीत जोशी ने कहा था कि 2021 से नीट साल में दो बार करवाया जा सकता है। हालांकि इस बदलाव की योजना शुरुआती दौर में है। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन भी साल में दो बार आयोजित होती है। एनटीए की स्थापना के साथ ही नीट का आयोजन ऑनलाइन मोड में वर्ष में दो बार होना था, लेकिन ऐसा अब तक हो नहीं पाया। अब एम्स, जिपमेर समेत देश के सभी संस्थानों में एमबीबीएस/बीडीएस के लिए नीट सिंगल एंट्रेंस एग्जाम है।

साल में दो बार परीक्षा का औचित्य नहीं : एमसी मिश्रा

नीट को साल में दो बार कराने का कोई अर्थ नहीं है। 12वीं का एग्जाम मार्च में हो जाता है। नीट मई में होता है। बस उसी से एडमिशन मिल जाएगा। साल में दो बार यह परीक्षा कराने का क्या औचित्य है। एमबीबीएस के लिए एक ही बार परीक्षा होनी चाहिए।
– डॉ. एम सी मिश्रा, पूर्व डायरेक्टर, एम्स दिल्ली

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