वेतन कटौती के विरोध में पशु चिकित्साकर्मियों ने गांधी जयंती पर उपवास रखकर जताया विरोध

सवाई माधोपुर। राज्य कर्मियों की वेतन कटौती के विरोध में राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के द्वारा जिला मुख्यालय सवाई माधोपुर में गांधी जयंती पर गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष उपवास रखकर विरोध जताया। उपवास राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के आह्वान पर किया गया था, जिसमें विभिन्न विभागों के कर्मचारी नेताओं ने भाग किया।
संघ के जिलाध्यक्ष नीरज मीना ने बताया की राज्य सरकार राज्य कर्मचारियों पर एक के बाद एक आर्थिक हमले कर रही है जो नाकाबिले बर्दाश्त है। राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के वेतन से की जा रही जबरन वसूली का संघ पुरजोर विरोध करता हैै। 20 अगस्त 2020 को राज्य के मुख्य सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त विभाग ने कर्मचारी महासंघों के साथ राज्य की माली हालत का हवाला देते हुए एक बैठक आयोजित की एवं राज्य कर्मचारियों से अनुरोध किया कि जब तक प्रदेश में कोरोना महामारी का संकट रहेगा तब तक राज्य कर्मचारियों को सरकार की सहायतार्थ एक दिवस का वेतन प्रतिमाह देना पडेगा।
महासंघ के प्रदेश नेतृत्व ने सरकार की जबरन वसूली की मंशा का विरोध किया तथा आगाह किया कि बगैर अनुमति के किसी भी कर्मचारी का वेतन काटा जाना अनुचित व असंवैधानिक है। इसके उपरान्त भी राज्य सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए केबिनेट बैठक में जबरन वसूली का निर्णय लेकर यह साबित कर दिया कि राज्य सरकार कर्मचारी विरोधी है।
मीना ने सरकार पर यह आरोप लगाया कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के सफल क्रियान्वयन हेतु राज्य कर्मचारी प्रतिबद्ध है परन्तु राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों की जेब पर डांका डाला जा रहा है।
प्रदर्शन में जुटे जिले के तमाम संवर्गों के नेतृत्वकर्ताओं ने सरकार के कर्मचारी विरोधी कदम की निंदा की है।