देश का सबसे सख्त लॉकडाउन इंदौर में, सोमवार से 1 अप्रैल तक सबकुछ बंद

इंदौर। भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। इस समय इंदौर में स्थिति बेकाबू होती नजर आ रही है, इसलिए वहां सोमवार से 1 अप्रैल तक सबकुछ बंद करने का फैसला किया है। यहां कौराना के करीब 24 मामले सामने आए हैं। एकाएक कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ गया है। इंदौर में सबसे सख्त लॉकडाउन रहेगा।
मिनी मुम्बई के नाम से जाने जाना वाला शहर इंदौर तीन दिन के लिए पूरी तरह बंद हो जाएगा।
इंदौर में यह कदम उठाने की जरुरत इसलिए पड़ी क्योंकि यहां बड़ी संख्या में लोग बाहर से आ रहे थे। कई सामाजिक संस्थाएं भोजन और अन्य सामग्री बांटने का काम कर रही थीं। नतीजतन लॉकडाउन लागू होने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं हो पा रहा था। इसलिए बीते दो दिन में इंदौर में संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ गई। इंदौर पर कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने चंदन नगर, रानीपुरा जैसे इलाकों को चिह्नित किया है। वहां आवाजाही पर रोक लगाई है।
इंदौर की कमान कलेक्टर लोकेश जाटव के स्थान पर अब कलेक्टर मनीष सिंह को सौंपी गई है। वहीं पुलिस महकमे में डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र की जगह डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र को लाया गया है।
लॉकडाउन का उल्लंघन किया तो कार्रवाई करेंगे
कलेक्टर मनीष सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। एक जगह चिह्नित कर, नियम तोडऩे वालों को खुली जेल में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि भोजन बांटने के लिए एनजीओ को दिए गए पास भी निरस्त कर दिए गए हैं। यह जिम्मेदारी अब प्रशासन उठाएगा। पहले चरण में 10 हजार फूड पैकेट्स बांटे जाएंगे। badhtikalam.com