अस्पताल के OT में आग लगने से महिला व दुधमुंही की मौत, दो झुलसे

Fire in hospital OT: एक माह की बच्ची का नामकरण भी नहीं हो पाया, लोगों ने कहा- बच्ची का दोषी कौन?

Fire in hospital OT: लखनऊ। संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) के पुराने ऑपरेशन थियेटर में आग लगने से एक महिला व एक माह की दुधमुंही बालिका की मौत हो गई जबकि दो लोग झुलस गए। प्रथम दृष्टया हादसे का कारण वेंटिलेटर का फटना बताया जा रहा है।

Fire in hospital OT

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फायर ब्रिगेड तथा पुलिस प्रशासन की टीम के सहयोग से अस्पताल में फंसे मरीजों और तीमारदारों को सुरक्षित बाहर निकाला। घायलों का उपचार चल रहा है। अस्पताल में भर्ती मरीजों की मौत के मामले में लोगों में खासा रोष है। लोगों का कहना है कि बालिका ने कुछ दिन पूर्व ही दुनिया में आंखे खोली थी लेकिन सरकारी सिस्टम ने उसकी दुनिया ही उजाड़ दी
जानकारी के अनुसार हादसा उस समय हुआ जब अस्पताल में महिला तैय्यबा (26) की एंडो सर्जरी और महिला नेहा की दुधमुंही बच्ची (01 माह) की हार्ट सर्जरी हो रही थी। दोपहर को ओटी-1 के मॉनिटर में स्पार्क होने से अचानक आग की लपटें उठने लगीं। हवा चलने के कारण आग ने कुछ ही देरी में वर्क स्टेशन, ऑपरेशन थियेटर सहित आसपास के इलाके को भी अपने आगोश में ले लिया।

Fire in hospital OT

भर्ती मरीजों, गलियारे, अहाते आदि जो जहां था वह कुछ समझ ही नहीं पाया। अफरातफरी भरे माहौल में भागते-दौड़ते लोग अपनों की जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में लग गए। हर तरफ शोर और चीख पुकार के बीच अंदर फंसे कई मरीजों को खिड़की से बाहर निकाला गया। बाद में फायर ब्रिगेड वाहन मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। दूसरी ओर आग लगने के बाद अहतियात बरतते हुए अस्पताल को खाली करा लिया गया है।

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इस मामले में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। आग लगने के कारणों की उच्च स्तरीय जांच होगी। प्रमुख सचिव को मौके पर भेजा गया है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। हादसे में मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं सपा नेता शिवपाल यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर मामले की हाई लेवल कमेटी से जांच तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

Live-In Relationship: लिवइन पार्टनर ने खाया विषाक्त! दोनों की मौत

रोहतक। लिवइन रिलेशनशिप (Live-In Relationship) में करीब एक साल से पार्टनर युवक-युवती की विषाक्त सेवन से मौत हो गई। युवक की मां बाहर गई हुई थी। रविवार को घर पर कोई नहीं होने के कारण युवक व युवती घर आए और विषाक्त खाने से उनकी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि युवक करीब एक साल बाद अपने गांव आया था। दोनों की मौत की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक समचाना रोहतक निवासी मोनू (24) तथा युवती हिसार जिला निवासी है। जानकारी के अनुसार दोनों करीब 1 साल से बहादुरगढ़ में साथ-साथ रहते थे।

मोनू की मां सुनीता ने बताया कि उसका बेटा करीब एक साल से बाहर रहता था। उसका बेटे के साथ कोई संपर्क नहीं था। घटना की जानकारी मिलने पर उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। जांच अधिकारी एसआई विनोद कुमार ने बताया कि परिवार वालों ने किसी पर संदेह नहीं जताया है। प्रथम दृष्टया मानसिक परेशानी के कारण सुसाइड लग रहा है।