1 जुलाई से 31 अगस्त 1 जुलाई तक धारा 144 लागू

रणथंभौर उद्यान क्षेत्र में अवैध चराई रोकने के लिए
Sawai Madhopur News:
रणथम्भौर बाघ परियोजना क्षेत्र में असामाजिक तत्वों व इस क्षेत्र के गांवों के लोगों द्वारा वर्षा ऋतु के दौरान मवेशी चराने व मवेशी चराने के लिए प्रेरित करने का कार्य कर इस राष्ट्रीय उद्यान के अस्तित्व को खतरा पैदा किया जा सकता है।
ऐसे में जिला मजिस्ट्रेट राजेन्द्र किशन ने दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियो का प्रयोग करते हुुए आदेश जारी किया है कि कोई भी व्यक्ति/संगठन/दल उक्त राष्ट्रीय उद्यान के प्रतिबंधित क्षेत्र मे मवेशी चराने के लिए प्रेरित करने हेेतु किसी प्रकार के सभा, धरने, प्रदर्शन आदि का आयोजन नही करेगा। कोई भी व्यक्ति/संगठन/दल उक्त प्रतिबंधित क्षेत्र में मवेशी लेकर प्रवेश नही करेगा। आदेश की अवमानना भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध है। यह आदेश 1 जुलाई से 31 अगस्त की सांय 6 बजे तक प्रभावी रहेगा।

उपखंड अधिकारी एवं आयुक्त ने किया नगर परिषद क्षेत्र का दौरा, देखी सफाई व्यवस्था
उपखंड अधिकारी सवाई माधोपुर कपिल शर्मा एवं नगर परिषद आयुक्त रविन्द्र यादव ने आगामी मानसून के मध्यनजर बजरिया एवं शहरी क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। उपखंड अधिकारी एवं आयुक्त ने बजरिया, सिविल लाइन, सदर बाजार, गुलाब बाग एवं सीमेन्ट फैक्ट्री क्षेत्र में नालों की सफाई की व्यवस्था देखी। उन्होंने सफाई कर्मियों से फीडबेक भी लिया। मानसून के मध्यनजर नालों की सफाई के संबंध में निर्देश भी दिए।

 नालों की सफाई का निरीक्षण करते उपखंड अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त।

अब रनिंग स्टाफ लाइन बॉक्स के साथ करेंगे ड्यूटी, यूनियन के प्रयासों से लाइन बॉक्सो के लदान के आदेश हुए जारी

Railway News: कोटा मंडल के रनिंग विभाग के गार्ड एव लोको पायलट अब गाड़ी संचालन के दौरान अपना लाइन बॉक्स साथ में रख सकेंगे। रेल प्रशासन ने आज ट्रैफिक एवं लोको विभाग के इंचार्ज सुपरवाइजरों को इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं। वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के मंडल कोषाध्यक्ष इरशाद खान ने बताया कि कोरोना काल में महामारी का संक्रमण रोकने के लिए रेल प्रशासन द्वारा कोटा मंडल में गाड़ी संचालन के दौरान लोको पायलट एवं ट्रेन गार्ड के साथ में लाइन बॉक्स ले जाना बंद करने के आदेश कर दिए थे। एवं उन्हें अपने निजी बैग में ट्रेन संचालन से संबंधित कुछ आवश्यक सामान ही ले जाने की लिए आदेशित किया गया था । वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन द्वारा प्रशासन के इन आदेशों का शुरू से ही विरोध किया जा रहा था । यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने मंडल रेल प्रबंधक एवं महाप्रबंधक स्तर पर इस बारे में रेल प्रशासन से कहा कि लाइन बॉक्सो के अभाव में ट्रेन का संचालन करवाना जोखिम भरा है एवं इसके कारण संरक्षा एवं सुरक्षा भी बाधित होती है क्योंकि लाइन बाक्सों में ट्रेन संचालन से संबंधित जरूरी नियमावली और जरुरी सेफ्टी आइटम  होते हैं जिनको ड्यूटी के दौरान बैग में रख पाना असंभव होता है। बिना लाइन बॉक्स के गाड़ी संचालन करना जोखिम भरा है दुर्घटना या आपात स्थिति जरूरी उपकरण नहीं होने से गाड़ी का संचालन बाधित हो सकता है। आज पुनः महामंत्री मुकेश गालव ने डीआरएम कोटा से इस बारे में चर्चा की इसके उपरांत रेल प्रशासन ने कोटा मंडल में रनिंग स्टाफ के लाइन बॉक्स 16 जून से चालू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यूनियन के मंडल अध्यक्ष लोकेन्द्र मीणा मंडल सह सचिव श्री प्रकाश शर्मा ने बताया कि इन आदेशों के चलते रनिंग विभाग में काम करने वाले लगभग 100 बॉक्स बॉय जो कि कोटा व गंगापुर में पदस्थ है को उन्हें अपना कार्य करने का मौका मिलेगा। अभी तक इनसे दूसरा कार्य करवाया जा रहा था। लाइन बॉक्सो के पुनः चालू होने से रनिंग स्टाफ ने खुशी जाहिर की है।

WCREU और कॉम मुकेश गालव के प्रयास से रनिंग स्टाफ को मिली पदोन्नति और स्टेपिंग अप की सौगात
Railway Nes: वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के महामंत्री कॉम मुकेश गालव के प्रयास से लोको इंस्पेक्टर के लंबे समय से अटके स्टेपिंग अप प्रकरण का आज निस्तारण होकर एरियर सहित भुगतान के आदेश जारी हो गए । इससे मंडल के 12 लोको इंस्पेक्टर को वित्तीय लाभ होगा । साथ ही यूनियन के प्रयास से मंडल में काफी समय से लंबित टी सी सी तथा टी एल सी के पदों पर चयन प्रक्रिया पूर्ण कर आज पदोन्नति आदेश जारी कर दिए गए जिससे कोटा लॉबी को 2 तथा गंगापुर लॉबी को 03 नए टी सी सी तथा कंट्रोल ऑफिस में एक नए टी एल सी की पदस्थापना हुई जिससे सुचारू रेल संचालन में और मदद मिलेगी । इन आदेशों के जारी होने पर रनिंग स्टाफ ने यूनियन के महामंत्री कॉम मुकेश गालव , कोषाध्यक्ष कॉम इरशाद खान , अध्यक्ष कॉम लोकेंद्र मीणा मंडल उपाध्यक्ष नरेश मालव और सभी यूनियन पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए खुशी व्यक्त की ।