करौली। आशाओं को पांच दिवसीय माॅड्यूल 6-7 के प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए सीएमएचओ डाॅ. दिनेशचंद मीना ने कहा कि आशाओं का जुडाव सेवाऐं प्राप्तकर्ताओं से सीधा होता है, वे क्षेत्र में नियमित रूप से पहुंच सुनिश्चित कर नवजात शिशु स्वास्थ्य, संक्रमित रोगो की पहचान, समय पूर्व जन्में बच्चों में संक्रमण रोकथाम, मलेरिया व क्षय रोगी जागरूकता के साथ स्तनपान प्रेरितिकरण का कार्य करें। उन्होंने कहा कि समय-समय पर प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर आशाओं के कार्यस्थिति में गुणवत्ता एवं सुधार लाने हेतू किया जाता है, इन प्रशिक्षणों से सीख कर अपनी कार्यस्थिति व कार्यप्रणाली में सुधार किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने आशाओं को स्तनपान, एचबीएनसी, परिवार नियोजन एवं स्वच्छता प्रबंधन सहित कई बिंदुओं पर तार्किकता के साथ समझाते हुए कहा कि क्षेत्र में आशाओं को योजना एवं कार्य के प्रति दक्ष समझा जाता है, आशाऐं क्षेत्र के लाभार्थियों की अपेक्षाओं पर खरे उतरने के लिए संबंधित ज्ञान संचय करें। उन्होंने आशाअेां द्वारा पूर्ण ईमानदारी के कार्यो संपादन से रिपोर्टिंग एवं लाभार्थी संतोष की अपेक्षा जताकर नसबंदी कराने व जच्चा -बच्चा देखभाल सुदृढता निर्देश दिये। इस दौरान प्रशिक्षणार्थी बीएचएस राजबाला, विजेन्द्र, राहुल व नदीम सहित आईईसी समन्वयक लखनंिसंह लोधा व आशाऐं मौजूद रही। आईडीएसपी रिपोर्टिंग प्रशिक्षण में बोले सीएमएचओ डाॅ. डीसी मीना-प्रशिक्षण प्राप्त की तय हो रिपोर्टिंग जिम्मेदारीकरौली। मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण हेतू रिपोर्टिंगं सुधार प्रशिक्षण में सीएमएचओ डाॅ. दिनेशचंद मीना ने कहा कि मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए समय पर जानकारी अतिआवश्यक है जो कि क्षेत्र में की गई रिपोर्टिंग से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने के बाद प्रशिणार्थी की रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी होती है एवं कोताही बरतने पर कार्यवाही अमल मे ंलाई जायेगी। उन्होंने मौसमी बीमारियों की संबंधित सूचना समय पर भिजवाने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के बारे में क्षेत्र में जागरूकता के हरसंभव प्रयास किये जाये। इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ (पक) डाॅ. सतीशचंद मीना, एसआई हिसार मोहम्मद, एफसीएलओ कपिल बंसल सहित प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।