badhtikalam.com मध्य प्रदेश के मुरैना में जहरीली शराब के सेवन से 20 लोगों की मौत से लोगें में आक्रोश है। इस हादसे के बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग के बाद मुरैना के कलेक्टर और एसपी को हटाने के आदेश दिए गए हैं। छैरा-मानपुरा में दुकान-गुमटियों से अवैध शराब बेचने वाले सात शराब तस्करों पर गैर इरादतन हत्या सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस 10 शराब तस्करों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
5 साल पहले मुरैना के जिस विसंगपुार-मानपुर में शराबबंदी का फैसला लिया गया था, उसी गांव में जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। तीन दिन में हुई 20 मौंतो का जिम्मेदार कौन है? शिवराज सरकार की अब अधिकारियों पर गाज गिर रही है। कलेक्टर एसपी के बाद आबकारी अधिकारी जावेद खां और बागचीनी थाना प्रभारी अविनाश राठौड़ सहित दो बीट प्रभारियों को भी सस्पेंड किया गया है।
Read More: सीरम के बाद अब कोवैक्सीन की पहली खेप पहुंची दिल्ली, कोरोना को हराने की जंग हुई तेज
प्रदेश में पिछले 9 महीने के भीतर जहरीली शराब पीने से 38 लोगों की जान जा चुकी है। लगातार हो रही शराब से मौतों के बावजूद सरकारी अमला शराब के अवैध कारोबार को रोकने में नाकाम रहा है। पिछले एक हफ्ते में प्रदेश से जहरीली शराब से मरने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में सरकारी तंत्र शराब तस्करों के सामने बोना साबित हो रहा है। सवाल है कि क्या शिवराज सरकार अब शराब तस्करों पर लगाम कस सकेगी?