भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) राजस्थान द्वारा मंगलवार को दिल्ली में भारत सरकार के सहायक निदेशक को 1 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम पंकज गोयल है। आरोपी पंकज गोयल द्वारा आधार पहचान पत्र बनवाने की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर रिश्वत की मांग की गई थी। जिसे आज रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। एसीबी महानिदेशक भगवान लाल सैनी ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कोटा इकाई द्वारा भारत सरकार कई यूआईडीएआई (यूनीक आइडेंटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) के नई दिल्ली स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पंकज गोयल को ट्रेप किया गया है। जिसके खिलाफ कोटा इकाई को शिकायत मिली थी। जिसमें परिवादी को आधार पहचान पत्र बनाने की फ्रेंचाइजी कई बार अप्लाई करने के बाद भी नहीं दी गई। शिकायतकर्ता का आरोप था कि पंकज गोयल से संपर्क होने पर उसने फ्रेंचाइजी देने के लिए रिश्वत की मांग की।
एसीबी कर रही पूछताछ
सैनी ने बताया कि पूरे मामले में कोटा टीम के अधिकारियों द्वारा मामले का सत्यापन करवाया गया। जिसके बाद मंगलवार को ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दौरान आरोपी को 1 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। एसीबी द्वारा फिलहाल पंकज गोयल से पूछताछ की जा रही है।उल्लेखनीय है कि पंक गोयल पांच राज्यों में आधार कार्ड का काम देख रहे थे। जो की 1998 बैच के इंडियन टेलीकॉम सर्विस ऑफिसर हैं।
बगैर रिश्वत लिए नहीं मिलती थी अनुमति
एससीबी कोटा इकाई के एडीशनल एसपी चंद्रशील ठाकुर ने बताया आरोपी को गिरफ्तार कर राजस्थान लाया जा रहा है। आरोपी के पास राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली समेत पांच राज्यों में आधार से जुड़ा कियोस्क खोलने की अनुमति देने का अधिकार था। शिकायत मिली थी कि बगैर रुपए लिए नीचे आने वाली अनुमति के फाइल आगे नहीं बढ़ती थी, न परमिशन दी जाती थी। अगले कुछ माह के लिए आरोपी को जेल जाना तय है।