मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पिता के 21 अप्रैल को होने वाले अंतिम संस्कार में नहीं होंगे शामिल

उत्तर प्रदेश। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह विष्ट का सोमवार को निधन हो गया। यूपी सीएम के पिता ने सोमवार को दिल्ली के एम्स में अंतिम सांसें लीं। वे अंतिम बार अपने पिता के दर्शन भी नहीं कर सके। योगी को जब पिता के मौत की सूचना मिली तो वह कोरोना महामारी से निपटने के लिए मीटिंग कर रहे थे। सीएम ने मीटिंग जारी रखी। अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी कि सीएम अब अपने पिता के दाह संस्कार में शामिल होंगे। उनके जाने के इंतजाम होने लगे लेकिन सीएम ने दिल्ली या उत्तराखंड न जाने का फैसला लिया है।
योगी आदित्यनाथ ने फैसला लिया कि वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करेंगे और अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे। योगी ने अपने घरवालों से भी अपील की है कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग ही अंतिम संस्कार में शामिल हों। उन्होंने इस दुख की घड़ी में अपनी मां को एक भावुक पत्र लिखा है।
मां को लिखा इस प्रकार लिखा भावुक पत्र
सीएम योगी ने पत्र में लिखा है, ‘अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख एवं शोक है। वह मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम और निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परंतु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ की जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका। कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीय मां, पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा। ‘