सोशल मीडिया, डिलीवरी एप से छात्रों के ड्रग सप्लायर गिरोह का भंडाफोड़

2.78 किलोग्राम गांजा बरामद

नई दिल्ली। पुलिस ने सोशल मीडिया, डिलीवरी एप के माध्यम से छात्रों को ड्रग बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर 6 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस की अपराध शाखा ने सोशल मीडिया और डिलीवरी एप के माध्यम से शहर एवं उसके आसपास के इलाकों में छात्रों को ड्रग की सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। आरोपियों की पहचान रुद्रांश गुप्ता, लक्ष्य भाटिया, गिरीश अग्रवाल, नोंगमैथम जशोबंता सिंह, थियाम रबीकांत सिंह और खालिद जफर के रूप में की गई। यह पोर्टर और वीफास्ट जैसे डिलीवरी एप के माध्यम से ड्रग पहुंचाते थे।

READ MORE: भारतीय स्टेट बैंक में स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित

डीएलएफ कैपिटल ग्रीन्स (मोतीनगर) स्थित एक घर से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हाई गुणवत्ता वाले गांजा की सप्लाई करने में लगे पूर्वोत्तर क्षेत्र के ड्रग सिंडिकेट के बारे में जानकारी मिली। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव के अनुसार गांजा को मणिपुर और शिलांग से ट्रेन द्वारा और जैविक (ऑर्गेनिक) गांजा को थाईलैंड के फुकेत से हवाई मार्ग से ले जाना था। टीम ने छापेमारी कर नोंगमैथम जशोबंता सिंह और थियाम रबीकांता सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे गांजा को मणिपुर से सड़क के रास्ते दीमापुर तथा इसके बाद ट्रेन से दिल्ली और ऑर्गेनिक गांजा को फ्लाइट के जरिए पहुंचाते हैं।

यादव ने बताया कि आरोपियों ने रुद्रांश गुप्ता नामक अपने एक सहयोगी को गांजा की सप्लाई की थी। आरोपी नोंगमैथम जशोबंता सिंह के कहने पर, उसके साथी और सह-सहयोगी गुप्ता को गिरफ्तार किया गया और उसके घर से 2.78 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया। गुप्ता विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से अपने ग्राहकों के संपर्क में था। वह इन प्लेटफार्मों पर अपने ग्राहकों से ऑर्डर लेता था और पोर्टर, वीफास्ट आदि सेवाओं के माध्यम से डिलीवरी करता था। उसने अपने बैंक खातों में यूपीआई के माध्यम से पैसे लिए।

एक अन्य ऑपरेशन में भाटिया, अग्रवाल और जफर को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से 15 ग्राम एमडीएमए और 1,200 ग्राम जैविक गांजा बरामद किया गया।भाटिया ने खुलासा किया कि वह अपने सहयोगी गिरीक अग्रवाल के साथ विश्वविद्यालय के छात्रों को ड्रग की आपूर्ति करता था। भाटिया के कहने पर, एक सह-सहयोगी अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया था। भाटिया अग्रवाल के जरिए ड्रग इक_ा करता था।पुलिस ने मास्टरमाइंड जफर को भी गिरफ्तार कर लिया गया।” भाटिया और जफर एक-दूसरे से नोएडा की एमिटी यूनिवर्सिटी में मिले थे। दोनों नशे के आदी हैं।