Election 2021: दक्षिण भारत में होने वाले विधानसभा चुनावों से कांग्रेस क्या है मायने

देश के पांच राज्यों में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। इससे पहले ही राजनीतिक दलों ने चुनावी जंग के लिए ताकत झौंक दी है। असम और पश्चिम बंगाल में बीजेपी कमल खिलाने पर पूरा जोर लगा रही है। पीएम ने 15 दिन में रविवार को असम-बंगाल का दूसरा दौरा किया है। वहीं कांग्रेस दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में होने वाले चुनावों पर लगी है।
पीएम ने अब तक दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी राज्यों का दौरा नहीं किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल और तमिलनाडु के दो दौरे कर चुके हैं। लेकिन असम और बंगाल में राहुल गांधी का दौरा नहीं हो पाया है। इन दोनों राज्यों को उन्होंने पार्टी के दूसरे नेताओं को भरोसे छोड़ दिया है। बीजेपी असम में अपनी सरकार को बरकरार रखने और बंगाल में ममता से सत्ता पाने में लगी है।
कांग्रेस नेतृत्व के संकट से जूझ रही है। वहीं कांग्रेस ने असम को राज्य नेताओॆं के भरोसे छोड़ रखा है। असम में कांग्रेस ने अशोक गहलोत को चुनाव प्रचार की कमान सौंपने की तैयारी की है। पीएम मोदी ने असम के अपने पहले दौरे पर राज्य के मूल निवासियों को जमीन का अधिकार देकर एक बड़े वर्ग को बीजेपी से जोड़ने की कोशिश की थी। असम के आदिवासी इलाकों में बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत की है। बता दें कि बीजेपी असम में साल 2016 के चुनाव में एक बड़ी ताकत बनकर उभरी थी।