आज से जयपुर में बिना परमिशन भारी वाहनों की 24 घण्टे रहेगी नो एंट्री

जयपुर। राजस्थान में दिनों-दिन बढ़ते कोरोना प्रकोप को ध्यान में रखते हुए जयपुर शहर में भारी वाहनों की अब रात को भी नो एंट्री रहेगी। जिन भारी वाहनों को शहर में आना है उनके लिए पुलिस परमिशन जरूरी होगी। ऐसे में अब रात को टोंक रोड, अजमेर रोड पर 200 फीट, सीकर रोड पर रोड नंबर 12, दिल्ली व आगरा रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर से शहर की तरफ रात को आने वाले भारी वाहन भी बंद रहेंगे।
संसार चंद्र रोड पर भी भारी वाहन नहीं आ सकेंगे। केवल झोटवाडा, विश्वकर्मा, दुर्गापुरा व मालवीय नगर औद्योगिक क्षेत्र में अनुमति के समय में वाहन बिना पास के आ-जा सकेंगे। केवल सेना, पुलिस व राजकीय उपक्रमों के वाहन, अति आवश्यक सेवा से जुड़े वाहन व पुलिस से परमिशन लेकर आने वाले भारी वाहन ही शहर में आ सकेंगे।
भारी वाहनों के लिए ये रहेगी यातायात व्यवस्था
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने बताया कि भवन निर्माण सामग्री व अन्य निजी कार्यों के लिए भारी वाहनों को शहर में प्रवेश के लिए यातायात पुलिस ने अनुमति लेनी होगी। ट्रांसपोर्ट नगर से दिल्ली बाइपास होते हुए अपेक्स सर्किल व रॉयल्टी तिराहे तक भारी वाहनों का आवागमन बंद रहेगा।
टोंक रोड व अजमेर रेाड से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन जवाहर सर्किल से रॉयल्टी तिराहा होते हुए खोह-नागोरियान बाइपास से आगरा रोड जाएंगे। वहां से टनल के अंदर से ट्रांसपोर्ट नगर होते हुए दिल्ली जा सकेंगे।
रात को रहेगी नो एंट्री
शहर में आने वाले अधिकतर भारी वाहन संसार चंद्र रोड पर जाते हैं। यहां अब बिना पुलिस अनुमति के भारी वाहन नहीं जा सकेंगे। माना जा रहा है कि संसार चंद्र रोड से ट्रांसपोर्टर्स को सीकर रोड स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट करने के लिए शहर में रात को भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। वर्तमान में शहर में रात को 11 बजे से सुबह पांच बजे तक भारी वाहनों की एंट्री रहती है। अब रविवार रात से पूरे शहर में नो एंट्री रहेगी।
ट्रांसपोर्टर्स ने जताया विरोध
शहर में 24 घंटे नो-एंट्री के आदेश का ट्रांसपोर्टर्स ने विरोध किया है। जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया ट्रांसपोर्टर अति अवाश्यक सेवाओं में आते हैं। मुंबई, कोलकत्ता जैसे महानगर सहित अन्य किसी भी शहर और महानगर में भारी वाहनों पर 24 घंटे की नो-एंट्री नहीं है।
इससे ट्रांसपोर्टर ही नहीं बल्कि व्यापारी भी परेशान होंगे। उन्हें माल लेने और बुक कराने के लिए सीकर रोड जाना पड़ेगा। लाने और बुकिंग कराने में खर्चा भी अधिक आएगा। ऐसे में जल्दबाजी में लिया गया फैसला कोरोना संकट में कई वर्गों को नुकसान पहुंचाएगा।