जल्दी टूटेगी गंगापुरसिटी के बाजारों की चुप्पी

कोरोनावायरस के लॉकडाउन के आज यानि मंगलवार को पूरे 41 दिन हो गए हैं। गंगापुरसिटी का हरेक तबका मोडिफाइड लॉकडाउन की उम्मीद को संजो रहा है। व्यापारियों से लेकर दुकानदार, किसान से लेकर मजदूर तक कहीं ना कहीं लॉकडाउन के कारण आर्थिक परिस्थितियों से गुजर रहा है। कभी लोगों की आवाजाही से शहर की सड़क जाम से तंग रहती थी, आज सूनेपन का सन्नाटा चहुंओर बिखरा पड़ा है। ऑरेंज जोन में आने पर तीन दिन पहले जो कुछ मार्केट के खुलने की उम्मीद थी, उसे लेकर सब में संशय बना हुआ था, लेकिन बीती शाम कफ्र्युग्रस्त इलाके गंगापुरसिटी व बामनवास में बंद की घोषणा से आशा की किरण थोड़ी दूर जरूर हुई लेकिन उम्मीद पूरी है।
शहर के व्यापारियों के प्रतिनिधिमण्डल ने सोमवार को स्थानीय प्रशासन व विधायक से मिलकर केन्द्र और राज्य सरकार के घोषणा के अनुरूप गंगापुरसिटी में कुछ व्यापारिक गतिविधियों को शुरू कराने की अपील की है, प्रशासन ने पूरी सहानुभूति के साथ पूरे मसले से जिला प्रशासन को अवगत कराया है, हालांकि अभी तक स्थिति साफ नहीं है कि गंगापुरसिटी में क्या खुलेगा और क्या तीसरे लॉकडाउन तक बरकरार रहेगा? इतना जरूर है कि शहर के दुकानदारों, ग्राहकों और लोगों की आवाजाही से खिलखिलाती गलियां, बाजार अब सन्नाटे में है। शहर के लोगों की मानें तो कुछ बाजार खुलने से गरीब और कमजोर तबके के लोगों को काफी राहत वाला साबित होगा। सबसे बड़ी समस्या मजदूर तबके के सामने आई है, शहर के राजनीतिक से लेकर भामाशाह तक उनकी सेवा में जुटे हैं, यह एक अच्छी पहल है, गंगापुरसिटी के वांशिदे हर आपदा में लोगों के काम आए, चाहे कोरोना हो या चाहे अन्य कोई प्राकृतिक आपदा।
ग्रीन जोन में आने से यह प्रश्न लाजिमी है कि कई इलाके रेड जोन में कुछ गतविधियां शुरू हुई है, गंगापुरसिटी में देर-सबेरे जरूर होगी। प्रशासन भी इस दिशा में पूरी कवायद कर रहा है। प्रशासनिक अधिकारी भी चाहते हैं कि हम औरेंज से ग्रीन में कन्वर्ट हो जाएं, इसके लिए अब सबको एक जुटता का परिचय देना है। कोरोना से लडऩे के लिए सब के धैर्य, साहस और हिम्मत की जरूरत है। वह दिन दूर नहीं जब गंगापुरसिटी शहर फिर से खुलेगा और लोगों की रौनक से सुंदर शहर दिखाई देगा।