गंगापुर का दुर्भाग्य!


गंगापुर सिटी । विधायक रामकेश मीना द्वारा विधानसभा सत्र के बजट सत्र में जनहित के एक भी सवाल नहीं उठाने पर पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह गंगापुर का दुर्भाग्य है कि स्थानीय विधायक रामकेश मीना सदन में जनता की आवाज उठाने में जीरो साबित हुए हैं।
विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार 128 विधायकों ने जनहित से जुड़े 4276 सवाल उठाये हैं। जबकि 45 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने एक भी सवाल जनता का नहीं उठाया। स्थानीय विधायक रामकेश मीना भी इसी में शामिल हैं।
पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस निहित सरकार का यह दूसरा बजट सत्र है। किसी भी सरकार का बजट सत्र सदन का महत्वपूर्ण सदन होता है किन्तु दुर्भाग्य की बात है कि गंगापुर सिटी विधायक ने अभी तक एक भी सवाल सरकार से नहीं पूछा है। जबकि सभी विधानसभा क्षेत्र के लोग उम्मीद करते हंै कि उनका विधायक अपने क्षेत्र के ेलिए खदान, सड़क, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, युवा, महिला, किसान, व्यापारी सहित विकास से जुड़े मुद्दे विधानसभा के पटल पर उठाने का काम करेगा।
गुर्जर ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि स्थानीय विधायक सदन के बाहर वाह-वाही लूटने के लिए थोथी घोषणाएं करते रहते हैं। जबकि सच्चाई है कि अभी तक उनके द्वारा कोई नई स्वीकृति का कोई भी कार्य शुरु नहीं हुआ है। क्षेत्र में जितने भी कार्य विकास के चल रहे हैं जो उनके (तात्कालिक विधायक मानसिंह गुर्जर) कार्यकाल में स्वीकृत हुए हैं।
गुर्जर ने उम्मीद व्यक्त की है कि स्थानीय विधायक भविष्य में सदन में मुद्दे उठाने का काम करेंगे और गंगापुर में चल रहे कार्यों की मॉनिटरिंग जो पूर्णत: फैल हो चुकी है, उसे ठीक करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय विधायक जनहित से ज्यादा स्वयं के कार्यों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं यह गंगापुर का दुर्भाग्य है।