मुद्रीकरण के नाम पर रेलवे को बेचना चाहती है सरकार, मजदूर संघ का विरोध प्रदर्शन जारी

गंगापुरसिटी। NFIR के आह्वान पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ की ओर से 13 से 18 सितम्बर तक मनाए जा रहे विरोध सप्ताह के तहत शुक्रवार को गंगापुरसिटी की शाखाओं ने रेलवे चिकित्सालय में विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर डी. के. शर्मा ने कहा कि सरकार निजीकरण एवं निगमीकरण पर आमदा है। मुद्रीकरण के नाम पर रेलवे को बेचने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। अकेले रेलवे की परिसंपत्तियों से डेढ़ लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य है। इसे जुटाने के लिए 400 रेलवे स्टेशन, 90 यात्री ट्रेन, 741 किलोमीटर कोंकण रेलवे, 1400 किलो मीटर रेलवे की पटरियां,15 भारतीय रेल के स्टेडियम, 265 गोदाम के अलावा कई रेलवे कालोनियों को निजी हाथों में सौंपने की बात की जा रही है। यह रेल कर्मचारियों के साथ सरासर अन्याय है। इसके विरोध में मजदूर संघ ने बिगुल बजा दिया है, यदि समय रहते कर्मचारी विरोधी कानून वापस नहीं लिए गए तो रेल कर्मचारी र्इंट से ईंट बजा देगा। इस मौके पर उप मंडल सचिव डी. के. शर्मा, केंद्रीय सदस्य पी. सी. मीणा, भवानी सिंह राजपूत, घनश्याम मीणा, बली चरण, धर्मा, दीवान सिंह, मुंशी राम, पदमचंद, राम चरण आदि रेल कर्मचारी मौजूद थे।