रचा इतिहासः पहली बार हिंदू स्टूडेंट ने किया इस्लामिक स्टडीज के एंट्रेंस में टॉप

अलवर में रहने वाले शुभम यादव पहले ऐसे हिंदू छात्र हो गए हैं, जिन्होंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर (CUK) की इस्लामिक स्टडीज प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है। कश्मीर यूनिवर्सिटी के इस एंट्रेस में टॉप करने वाले शुभम न सिर्फ हिंदू छात्र हैं बल्कि वह पहले गैर-कश्मीरी यानी कश्मीर के बाहर के हैं। आमतौर पर यूनिवर्सिटी की इस परीक्षा में कश्मीरी और मुस्लिम छात्र ही टॉप करते रहे हैं। कश्मीर सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेस का रिजल्ट आने के बाद चर्चा में हैं। शुभम कहते हैं कि वह कश्मीर और इस्लाम को समझना चाहते हैं। इसके लिए ही वह इस प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए। वह आगे दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई करना चाहते हैं और इसके बाद सिविल सेवा में जाने का मन है। शुभम का कहना है कि दिल्ली में स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही उसका इस्लामिक स्टडी की ओर थोड़ा सा झुकाव हुआ। सिर्फ इसलिए कि वह इस्लाम को समझना चाहते हैं। किसी भी विषय के प्रति कोई धारणा बनाने से पहले उसे समझ लेना ज्यादा जरूरी होता है। इस एंट्रेंस एग्जाम देने के पीछे का यही मकसद रहा है।

लेक्चरर मां ने कहा- बेटे की इस्लामिक स्टडी में​​​​​​​ रुचि
शुभम की मां इंदु बाला अलवर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में लेक्वचर हैं। वह इतिहास पढ़ाती हैं। बेटे के एंट्रेस में टॉप करने पर वह कहती हैं कि शुभम शुरू से ही जिज्ञासु रहा है। नई-नई जानकारियां जुटाने का उसे शौक है। दिल्ली में पढ़ाई करते समय उसके कश्मीर के भी दोस्त रहे हैं। हाल ही में वह कश्मीर घूमकर आया तो वहां का माहौल उसे अच्छा लगा। इसके बाद शुभम ने इस्लामिक स्टडीज में प्रवेश के लिए एंट्रेस एग्जाम देना तय किया।

पिता ने कहा- सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ में तीसरी रैंक

शुभम के पिता का अलवर शहर के शांतिकुंज में ही जनरल स्टोर है। पिता कहते हैं हाल ही में सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के एंट्रेंस एग्जाम में भी पूरे देश में शुभम की तीसरी रैंक आई थी। लेकिन किसी कारण से उसने एडमिशन नहीं लिया था। वह कहते हैं कि शुभम में कश्मीर यूनिवर्सिटी का एंट्रेस क्लीयर करने के लिए कोई खास तैयार नहीं की। उसे जानकारियां जुटाने का शौक है।