पत्नी व बच्चों की मौत के बाद पति ने लगाई फांसी

आर्थिक तंगी ने ली जान
नादौती।
करौली जिले में नादौती थाना क्षेत्र के कुंजेला गाँव में अनुसूचित जाति के एक ही परिवार के 4 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। इस दौरान घर पर कोई मौजूद नहीं था। उनकी मौत का पता सोमवार शाम करीब 7 बजे चला, जब पडौसियोंं को बदबू आने लगी। ग्रामीणों ने उसके घर के रोशनदान में झांककर देखा तो युवक फांसी के फंदे पर लटका दिखाई दिया। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। रौंसी पुलिस इंचार्ज निरंजन सिंह ने बताया कि घटना करीब तीन से चार दिन पुरानी है। घटना करीब तीन-चार दिन पहले की बताई जा रही हैं, जिसमें एक 27 वर्षीय युवक ने बंद कमरे में पहले अपनी बीबी और दो मासूम बच्चों की हत्या कर दी और बाद में खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया तो चारों को मृत पाया। एफएसएल टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। पति-पत्नी मजदूरी करते थे। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि आर्थिक तंगी और गृहक्लेश को लेकर ही युवक ने यह कदम उठाया है। युवक की पत्नी चार-पांच माह की गर्भवती थी। परिवार में मां व एक भाई है, जो बाहर रहते हैं।
महावर मोहल्ले में रहने वाले एक परिवार के चार सदस्यों की एक साथ मौत हो जाने से हर कोई हैरान है। चौकी प्रभारी निरंजन सिंह व नादौती थाने से जाब्ता कूंजेला गांव पहुंचा व घटनाक्रम की जानकारी ली। पुलिस की उपस्थिति में घर का दरवाजा तोड़कर देखा गया तो एक लड़की व एक लड़का जिनकी उम्र करीब 4-5 साल की होगी, मृत पड़े हुए थे। पास में ही महिला जिसकी उम्र 26 साल के लगभग थी, वह भी मृत पड़ी हुई थी। साथ ही युवक महेन्द्र महावर (27) फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आर्थिक तंगी व गृहक्लेश से तंग आकर युवक ने पहले पत्नी की हत्या की व बाद में दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद स्वयं ने फांसी लगाकर जान दे दी।
गांव में एक साथ चार सदस्यों की मौत से किसी के भी घर में चूल्हा नहीं जला। ग्रामीणों व पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक युवक के 6 साल का लड़का कन्हैया लाल व उससे छोटी एक 2 साल की लड़की थी, जिसका अभी नामकरण भी नहीं हुआ है। पत्नी सपना महावर (26) गर्भवती थी।