कुहू इंटरनेशनल स्कूल ने किया सुविधाओं का विस्तार, ऑनलाइन एप लॉन्च करने के साथ ही अब देश-विदेश के विद्यार्थी होंगे लाभान्वित

वीडियो देखने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें- https://youtu.be/JvFWLjSwecI

गंगापुर सिटी। कुहू इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में राज्य स्तर पर जो मुकाम हासिल किया है उसी के अनुरूप शिक्षण की आधुनिकतम तकनीक को विद्यार्थियों तक पहुंचाने में भी अग्रणी रहा है। पिछले एक माह से भी अधिक समय से विद्यालय के छात्र-छात्राओं को विषय विशेषज्ञों के द्वारा वीडियो लेक्चर तैयार कर पहुंचाए जा रहे हैं। सुविधाओं का विस्तार करते हुए कुहू इंटरनेशनल स्कूल ने अपने एप को और अधिक सुविधाओं के साथ नए रूप में के kuhu international school नाम से लॉन्च किया है। इस एप के लॉन्च होते ही लगभग 3000 विद्यार्थियों ने इस एप से जुड़कर अपनी पढ़ाई प्रारंभ कर दी है। कुहू इंटरनेशनल स्कूल के एकेडमिक हैड आईआईटियन सुशांत शर्मा ने बताया कि इस एप के माध्यम से न केवल वीडियो लेक्चर विद्यार्थियों तक पहुंचेंगे अपितु इस एप के माध्यम से अगले वीक से ऑनलाइन लाइव क्लासेज भी प्रारंभ हो जाएंगी। इसमें विद्यालय के अत्याधुनिक स्टूडियो कम ऑडिटोरियम में विषय विशेषज्ञ ऑनलाइन क्लास लेंगे तथा वीडियो लेक्चर भी तैयार करेंगे। एप से जुडऩे के लिए विद्यालय के नियमित विद्यार्थियों को उनके व्यक्तिगत फोन पर टोकन नम्बर तथा पासवर्ड भेजा गया है। इससे छात्र इस एप को अपने फोन में डाउनलोड कर सकेंगे। देश के किसी भी छात्र द्वारा kuhu app को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर inquiry form भरने पर स्कूल की टेक्निकल टीम द्वारा छात्र को टोकन नम्बर एवं पासवर्ड भेजा जावेगा, जिसे सबमिट करने पर छात्र विद्यालय से ऑनलाइन स्टडी की नि:शुल्क सुविधा प्राप्त कर सकेगा।
संस्था के निदेशक हेमंत शर्मा ने बताया कि इस ऐप के माध्यम से छात्रों को घर बैठे उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान की जाएगी। विद्यालय में अध्ययनरत हिंदी मीडियम तथा इंग्लिश मीडियम के छात्रों को अलग-अलग उन्हीं के माध्यम में पढ़ाया जाएगा तथा बोर्ड और फाउंडेशन की क्लास भी अलग-अलग चलेंगी। उन्होंने बताया कि इन परिस्थितियों में जबकि विद्यालय वास्तविक रूप से संचालित नहीं हो पा रहे हैं, ऑनलाइन स्टडी ही एकमात्र विकल्प बचा है। छात्रों को और अभिभावकों को इसे आत्मसात करना होगा। क्योंकि इसके अलावा पूरे विश्व में अब कोई और विकल्प नहीं रह गया है, जिससे बच्चों को आगे की शिक्षा दी जा सके। ऐसा कब तक रहेगा इसके बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती, इसलिए छात्रों को शिक्षण की इस तकनीक से रूबरू होना ही पड़ेगा। विद्यालय की प्रधानाचार्य मिथलेश शर्मा ने अभिभावकों से यह आग्रह किया है वे अपने बच्चों को घर पर ही क्लासरूम जैसा वातावरण बना कर दें, विद्यार्थियों के लिए घर में कोई ऐसा स्थान निश्चित करें जिससे वह वहां बैठकर बिना किसी व्यवधान के लंबे समय तक अध्ययन कर सके। विद्यार्थियों को विद्यालय द्वारा दिए गए टाइम टेबल के अनुसार पढऩा है और उसके बाद प्रत्येक दिन दिए गए होमवर्क को पूरा करना है और उसे अपने विषय अध्यापक को भेजकर उसकी जांच करवानी है। प्रत्येक दिन शाम को डाउट सेशन में विषय विशेषज्ञ ऑनलाइन रहेंगे, जिससे विद्यार्थी उनसे अपने डाउट क्लियर कर सकेंगे। पढ़ाई के अलावा विद्यार्थियों के टेस्ट और परीक्षाएं भी इसी तकनीक से होंगी। जिसमें विद्यार्थी घर बैठे ऑनलाइन अपनी परीक्षा देगा और घर बैठे ही उसे उसका परीक्षा परिणाम मिलेगा। शर्मा ने बताया की एप के द्वारा 30 जून तक सभी विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा की यह शिक्षण की पद्धति ना तो नई है और ना ही इसे यह कहा जा सकता है कि केवल गंगापुर के शिक्षण संस्थान ही ऐसा कर रहे हैं। ऐसा लगभग सभी शहरों में और कस्बों में जो विद्यालय संचालित हैं वे सभी इसी तकनीक से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। सभी लोग शिक्षण की इस नई तकनीक से परिचित हैं। यह बात अलग है कि इससे पहले जब विद्यार्थी और शिक्षक प्रत्यक्ष रूप से आमने-सामने होते थे तब इसकी कोई उपयोगिता नहीं थी। सही मायनों में ऑनलाइन शिक्षण केवल एक मजबूरी है यह कभी भी आदि काल से चली आ रही प्रत्यक्ष शिक्षण व्यवस्था का विकल्प नहीं हो सकती। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में हमारे सामने अन्य कोई विकल्प भी नहीं है। इसलिए हम सभी को इसे अपनाना ही होगा। अंत में प्रधानाचार्य ने सभी छात्रों को नवीन सत्र की शुभकामनाएं भी प्रेषित की। अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नं. 8432094572 पर सम्पर्क कर सकते हैं।