हर महीने की पहली तारीख को रसोई गैस के दामों की समीक्षा होती है। इस तरह सभी को 1 नवंबर का इंतजार है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी घरेलू रसोई गैस के दामों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा। यानी त्योहारों से पहले आम आदमी की राहत बरकरार रहेगी। इस बीच, LPG Subsidy चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रसोई गैस के दाम इतने कम हो गए हैं कि सरकार को सबसिडी देने की जरूरत नहीं पड़ रही है। इस तरह इस साल मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में ग्राहकों को बहुत कम सब्सिडी मिली है। सिलेंडर की डिलीवरी के बारे खातों में महज 37 रुपए जमा हुए। बता दें, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गिरावट के कारण इस साल मई से सब्सिडी और गैर-सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत लगभग बराबर हो गई है। सरकार ग्राहक के खाते में सब्सिडी के रूप में सब्सिडी और गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में अंतर रखती है।
नवंबर से बदल रहा रसोई गैस से जुड़ा यह अहम नियम
नवंबर में रसोई गैस की बुकिंग से जुड़ा एक बड़ा नियम लागू होने जा रहा है। अब रसोई गैस सिलेंडर बुक करने पर एक ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को दिखाने पर ही सिलेंडर की डिलीवरी होगी। सरकार का मानना है कि कई लोग अपने सिलेंडर की बुकिंग के नाम पर कालाबाजारी कर रहे हैं। ओटीपी का सिस्टम लागू होने पर कालाबाजारी बंद हो जाएगी। यह फैसला त्योहारों से ठीक पहले लिया जा रहा है, तब घरेलू रसोई गैस सिलेंडरों की ब्लैकमार्केटिंग बढ़ जाती है। इसके बाद अब रसोई गैस एजेंसयां भी किसी तरह की धांधली नहीं कर पाएंगी।
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