राजीव गांधी जल संचय योजना को जन आंदोलन बनाएंः कलेक्टर

राजीव गांधी जल संचय योजना की जिला स्तरीय समिति की बैठक में निर्देश देते कलेक्टर एवं उपस्थित अधिकारी।

एनजीओ, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं होटेलियर्स के साथ बैठक कर सहयोग का किया आग्रह
सवाई माधोपुर।
राजीव गांधी जल संचय योजना राज्य सरकार की फ्लेगशिप एवं वर्षा जल संरक्षण, संचयन एवं उपलब्ध जल का अधिकतम उपयोग किए जाने के संबंध में महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना को जन आंदोलन बनाते हुए मिशन मोड में कार्य किया जाए। इस आंदोलन से सरकारी एजेन्सियों के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं, होटेलियर्स, पेट्रोलपंप मालिक एवं आमजन जुडकर इसे अभियान के रूप में लें।
ये बात जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह ने राजीव गांधी जल संचय योजना के संबंध में जिला स्तरीय समिति, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं होटल प्रतिनिधियों की बैठक में कही।
जिला कलेक्टर डॉ. सिंह ने उपस्थित अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि जिले में राजीव गांधी जल संचय योजना के लिए 27 ग्राम पंचायतों के 64 गांवों का चयन किया गया है। योजना के तहत कार्याे के संपादन के लिए विभागीय मद, महात्मा गांधी नरेगा, केन्द्र, राज्य प्रवर्तित योजनाओं के माध्यम से कार्य करवाएं जाएंगे। उन्हांेने जल संचय के कार्याे में आमजन, स्वयंसेवी संस्थाएं, होटल मालिक, पेट्रोलपंप मालिक एवं अन्य लोग डवटेल कर या स्वतंत्र रूप से कार्य करवाने में सहयोग दे। जिससे जल संचय का अभियान जन आंदोलन बने।
सामुदायिक एवं निजी कृषकों के लिए स्वीकृत कार्य महात्मा गांधी नरेगा के तहत अनुमत है उन्हें प्राथमिकता के आधार पर नरेगा से कंवर्जेन्स कर संपादित किए जाएं।
बैठक में जिला कलेक्टर ने राजीव गांधी जल संचय योजना के तहत चारागाह विकास, प्लांटेशन, कृषि विकास योजना, पुराने कुओं, नदी नालों, नहरों, केी मरम्मत एवं जीर्णाेद्धार, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, हैंडपंप के पास सोख्ता गड्ढा, पेयजल स्रोतों के सुदृढिकरण से संबंधित कार्य अधिकता से करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने छोटे बांध, तालाब, एनीकट, जल पुनर्भरण तंत्र, टांके, जल कुंडों का निर्माण आदि के प्रस्तावित कार्य करवाएं जाएं। राजीव गांधी जल संचय योजना के तहत ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, सार्वजनिक निर्माण विभाग, कृषि, उद्योग, पीएचईडी, वन एवं पर्यावरण, नगर निकाय, जल संसाधन, वाटरशेड, उद्योग, जिला परिषद सहित अन्य विभागो के द्वारा कार्य करवाएं जाएंगे। वही भामाशाह के रूप में स्वयंसेवी संस्थाएं भी इन कार्याे में जुडकर सक्रिय सहभागिता निभाएं।
बैठक में योजना से संबंधित बिंदुओं की विभागवार समीक्षा करते हुए कलेक्टर डॉ. सिंह ने निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, एडीएम कैलाश चन्द, एसीईओ रामचंद्र सहित लाइन विभागों के अधिकारी, स्वसंयेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अन्य उपस्थित थे।