मोहन को मिला शिवराज का आशीर्वाद, नाम के ऐलान के साथ ही नए सीएम ने छू लिए पैर

दो डिप्टी सीएम बनाए गए

मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव होंगे। मोहन यादव के नाम का ऐलान विधायक दल की बैठक के बाद कर दिया गया है। मोहन यादव मध्यप्रदेश की उज्जैन जिले की उज्जैन दक्षिण विधानसभा से विधायक हैं और शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी थे। 58 साल के मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव बीजेपी विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया और फिर मोहन यादव के नाम का ऐलान मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर किया गया।

मोहन यादव, मुख्यमंत्री मप्र.- मोहन यादव तीसरी बार के विधायक हैं, वो सबसे पहले 2013 फिर साल 2018 और 2023 में विधायक बने। मोहन यादव को संघ व पीएम मोदी व अमित शाह का खास माना जाता है।

नाम की घोषणा होते ही चौहान ने मंच पर यादव को फूलों का गुलदस्ता देकर बधाई दी। दोनों में कुछ शब्दों का आदान-प्रदान हुआ और दोनों एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराए। तब यादव ने सिर हिलाकर मुख्यमंत्री की बात पर हामी भरी।

शिवराज के साथ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राज्य प्रमुख वीडी शर्मा जैसे अन्य भाजपा नेता नव घोषित मुख्यमंत्री के साथ पोज देते नजर आए। एक हफ्ते के लंबे सस्पेंस के बाद यह बहुप्रतीक्षित घोषणा हुई।

ससे पहले विधायक दल की बैठक के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता ने प्रमुखता से सीएम शिवराज सिंह चौहान के फोटो पर लिखा ‘बनेगा तो शिवराज ही।’ एक अन्य पोस्टर में साफ शब्दों में लिखा, मामा को वोट दिया है, मामा को ही जानते हैं। जैसे ही आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की घोषणा के लिए विधायक दल की बैठक शुरू हुई। भोपाल में भाजपा कार्यालय के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लग गया। हालांकि सबके अरमानों पर पानी फिर गया। मध्य प्रदेश में नए सीएम की तलाश भी इसी के साथ खत्म हो गई।

संघ के करीबी हैं मोहन यादव
मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री का पद संभाल चुके हैं। वह साल 2013 में पहली बार विधायक बन कर आए थे। मोहन यादव एबीवीपी और संघ से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। साल 1984 में मोहन यादव छात्र संघ के अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री चुने गए थे।

विवादों से भी नाता
मध्य प्रदेश के नए सीएम होने वाले मोहन यादव का विवादों से काफी पुराना नाता रहा है। साल 2020 में उपचुनाव के समय असंयमित भाषा के प्रयोग के कारण चुनाव आयोग ने उनपर एक दिन के लिए प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। मोहन यादव को मध्य प्रदेश की राजनीति में भाजपा का मजबूत यादव चेहरा माना जाता है। 

राजेन्द्र शुक्ला, डिप्टी सीएम – रीवा विधानसभा सीट से विधायक और शिवराज सरकार में मंत्री रहे राजेन्द्र शुक्ला को मध्यप्रदेश का डिप्टी सीएम बनाया गया है।

जगदीश देवड़ा, डिप्टी सीएम– मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर विधायक बने हैं और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे हैं।