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अवैध बजरी खनन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिये प्लान बनाने के निर्देश
सवाईमाधोपुर।
बजरी समेत सभी अवैध खनन और परिवहन को सख्ती से रोकने के लिये न केवल दृढ इच्छाशक्ति बल्कि सुनियोजित और समन्वित कार्रवाई की भी जरूरत है। जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में इस बिन्दु को रेखांंिकत करते हुये निर्देश दिये कि नोडल विभाग माइनिंग अधिक विस्तृत कार्ययोजना बनाये, अवैध परिवहन के परम्परागत और नये रूट चार्टों की स्टडी करे, मुखबिर लगाये, पुलिस की इंटेलिजेंसी से टाईअप करे और अवैध बजरी खनन के खिलाफ बडी कार्रवाई करें।
बैठक में सामने आया कि 1 अप्रेल से लेकर अब तक जिले में बजरी माफिया के खिलाफ कार्रवाई तो खूब हुई लेकिन कई मामलों में घिर जाने पर वे बजरी खाली कर वाहन को साथ ले गये जबकि वाहन जब्त होता तो केस भी मजबूत बनता और अवैध बजरी खनन करने वालों की आर्थिक रूप से कमर टूट जाती। इस अवधि में 114 कार्रवाई कर 16.86 लाख रूपये का जुर्माना वसूल किया गया। आगे किये जाने वाली कार्रवाई में राजस्व विभाग का रोल बढाने के भी निर्देश दिये ताकि पटवारी आदि लोकल कार्मिकों की स्थानीय जानकारी का लाभ उठाया जा सके।
बैठक में समस्या सामने आयी कि बजरी से भरा ट्रैक्टर पकड ले तो ड्राइवर भाग जाता है और कई बार तो बजरी को सडक पर या किनारे खाली कर ट्रैक्टर के साथ ही फरार हो जाता है। जब्त ट्रैक्टर और बजरी को थाना परिसर में ले जाने के लिये समय पर ड्राइवर और वाहन उपलब्ध हो, इसके लिये थानावार उपलब्ध कॉंट्रैक्ट मशीनरी और ड्राइवरों का पूल तैयार कर दर निर्धारित करने की प्रोसेस चल रही है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि अवैध खनन और परिवहन रोकने के लिये जिले में पर्याप्त जाब्ता है। हम सभी इस माामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश और राज्य सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से कार्य कर रहे हैं। आमजन अवैध खनन और परिवहन की हमें सूचना दें। उनका परिचय गुप्त रखा जायेगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर बीएस. पंवार, पुलिस उप अधीक्षक (ग्रामीण) राकेश राजौरा, सहायक खनिज अभियन्ता ललित मंगल व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

एसपी ने अवैध बजरी खनन और परिवहन रोकने के लिये थानेदारों को अधिक सक्रिय रहने, एसडीएम के निर्देशन में साझा कार्रवाई करने के निर्देश दिये
सवाई माधोपुर।
जिला स्तरीय अवैध खनन रोक समिति की सोमवार सुबह आयोजित बैठक के बाद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली तथा अवैध बजरी खनन और इसके परिवहन को रोकने के लिये किये गये उपायों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये।
पुलिस अधीक्षक ने सभी एसएचओ को निर्देश दिये कि जब्त ट्रैक्टर और बजरी को थाना परिसर में ले जाने के लिये समय पर ड्राइवर और वाहन उपलब्ध हो, इसके लिये थानावार उपलब्ध कॉंट्रैक्ट मशीनरी और ड्राइवरों का पूल तैयार करें, इनकी फोन डाइरेक्टरी तैयार करें। उन्होंने बताया कि अवैध खनन व परिवहन रोकने के लिये स्थानीय खुफिया तंत्र को पूर्ण अलर्ट के मोड पर रखें। कोई भी कार्रवाई करें तो यथासम्भव स्थानीय एसडीएम के नेतृत्व में करें और खान विभाग के सहायक अभियन्ता को भी साथ रखें ताकि मौके पर ही पूरी कानूनी प्रक्रिया सम्पन्न हो, अवैध खनन में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित हो।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गत 28 फरवरी से अब तक जिले में पुलिस ने राजस्थान पुलिस एक्ट में 27 ट्रैक्टर मय ट्रॉली और 4 डम्पर जब्त किये गये। मोटरवाहन एक्ट में 56 वाहन जप्त किये गये। 31 व्यक्तियों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 151 में कार्रवाई की गई। इसके अतिरिक्त संयुक्त कार्रवाई में 20 ट्रैक्टर मय ट्रॉली जब्त किये गये। बैठक में अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह कानावत, सवाईमाधोपुर ग्रामीण क्षेत्र के उप अधीक्षक राकेश राजौरा, सिटी उप अधीक्षक नारायणलाल तिवाडी, सभी एसएचओ उपस्थित रहे।

7 दिन में 1773 प्रकरण निस्तारित कर आमजन को दी बड़ी राहत
सवाईमाधोपुर।
राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज लम्बित प्रकरणों का समय पर निपटारा करने के जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया के निर्देश के बाद गत 7 दिन में रिकॉर्ड 1773 प्रकरणों का जिले में निस्तारण हुआ है।
इतनी बडी संख्या में प्रकरणों के निस्तारण से आमजन को बड़ी राहत मिली है। पंचायती राज विभाग ने 288, जेवीवीएनएल ने 177 और राजस्व विभाग ने 151 लम्बित प्रकरणों का निस्तारण किया है। अब जिला कलेक्टर इन निस्तारित प्रकरणों में से कुछ का रैण्डमली फीडबैक लेंगे। वे स्वयं, सभी उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार परिवादी को फोन कर पूछेंगे कि क्या उनकी समस्या का मौके पर समाधान हो गया है। यदि इस दौरान सामने आया कि किसी अधिकारी ने समस्या समाधान धरातल पर न कर कागज में ही दिखा दिया है तो कडी कार्रवाई भी होगी। फीडबैक अभियान में हैण्डपम्प मरम्मत के सभी प्रकरणों को भी शामिल किया गया है। अब जिले में 1542 प्रकरण सम्पर्क पोर्टल पर लम्बित हैं। जिला कलेक्टर ने इस सम्बंध में निर्देश दिया है कि निर्धारित समय सीमा का इंतजार किये बिना कम से कम समय में समस्या समाधान किया जाये। बजट के अभाव या नियम विरूद्ध होने पर कोई काम या मांग पूर्ण करना सम्भव न हो तो परिवादी को विनम्रतापूर्वक इसकी जानकारी भी दें ताकि वही प्रकरण बार-बार सामने न आये।

31 जुलाई तक जिले के 935 किसानों को बिजली कनेक्शन मिल जायेगा
सवाईमाधोपुर।
जिले के 935 किसानों को 31 जुलाई तक कृषि विद्युत कनेक्शन मिल जायेगा। जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित आवश्यक सेवाओं की बैठक की अध्यक्षता करते हुये जेवीवीएनएल अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये कि 31 जुलाई का इन्तजार न करते हुये साप्ताहिक लक्ष्य बनाकर प्रगति अर्जित करे ताकि गुणवत्ता बनी रहे और शुरूआती मानसून कमजोर रहे तो सम्बंधित किसान सिंचाई का लाभ उठा सके।
जिला कलेक्टर ने पूर्व बैठक में निर्देश दिये थे कि विद्युत ट्रांसफार्मरों को बेस बनाकर धरातल से ऊपर रखवाया जाये ताकि मानसून के कारण पानी टच होने से करंट जैसी दुर्घटना से बचा जा सके। अधीक्षण अभियन्ता ने बताया कि निर्देश की पालना में ऐसे ट्रांसफार्मर चिन्हित कर अधिकांश को बेस बनवाकर शिफ्ट कर दिया गया है, झूलते और क्षतिग्रस्त तारों, पोलों की मरम्मत की जा रही है। मार्च के प्रथम सप्ताह में आंधी तूफान से क्षतिग्रस्त बिजली लाइन, ट्रांसफार्मरों की मरम्मत/रिप्लेस कर बहुत कम समय में सैंकडों गांवों में वि़द्युत आपूर्ति की बहाली की गई लेकिन खण्डार के कुछ गांवों में अभी भी यह कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। जिला कलेक्टर ने यह कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।
टिड्डी नियंत्रण प्राथमिकता- जिला कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को चेताया  कि आने वाले समय में टिड्डी नियंत्रण में अधिक चुनौती आ सकती है क्योंकि अब तक तो अधिकांश खेत खाली पडे थे। अब खरीफ की बुआई शुरू हो चुकी है और नमी और पानी की अधिक उपलब्धता से टिड्डियों में प्रजनन बढेगा। अपने संसाधन और कार्ययोजना को अपडेट रखें, पडौसी जिलों के अधिकारियों से समन्वय रखे। उल्लेखनीय है कि 2 दिन पहले जिले में दौसा और टोंक से टिड्डी दल आये थे जो क्रमशः करौली और मध्यप्रदेश प्रवास कर गये।
टीकाकरण में तेजी लायें- जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना नियंत्रण में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की पूरी शक्ति झौंक देने के कारण मार्च, अप्रेल और मई में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण में हम कुछ पीछे रह गये। यह ट्रेंड पूरी दुनिया में देखा गया है। अब गत 1 माह में हमने टीकाकरण पर काफी फोकस कर अच्छी प्रगति अर्जित की है, इस प्रगति को जारी रखा जायेगा। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना में भुगतान के लम्बित प्रकरणों को जल्द निपटाने के निर्देश दिये। जिला कलेक्टर ने मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिये पूरी तैयारी करने, मच्छररोधी गतिविधियों को प्रत्येक गांव-ढाणी में करवाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना एवं मुख्यमंत्री निःशुल्क जॉंच जांच योजना की गत सप्ताह की प्रगति समीक्षा कर निर्देश दिए कि उपलब्ध दवा पर ऑनलाइन नजर रखें, ऐसा न हो कि कोई दवा भण्डार में रखी-रखी एक्सपायर हो जाये ।
गंगापुर के लिये विशेष कार्ययोजना- गंगापुर सिटी और आसपास के क्षेत्र में अत्यधिक सतर्कता के बावजूद बढते कोरोना मामलों को लेकर जिला कलेक्टर बेहद चिन्तित हैं और यहॉं स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिये लगातार कार्ययोजना बनाई जा रही है जिसे 1-2 दिन में लागू किया जा सकता है। बैठक में इस कार्ययोजना पर जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की तथा इस बैठक के बाद भी पृथक बैठक ली । नई कार्ययोजना में सैम्पलिंग और सर्वे का दायरा बढाना, सोशल डिस्टंेसिंग के लिये समझाइश के लिये जागरूकता अभियान को तीव्र करना शामिल है।
2 दिन में काम पूरा करे – रूडिप ने जिला मुख्यालय के पुराने बाजारों में सीवरेज लाइन के लिये सडकों को खोदा था लेकिन समय पर पुनर्निर्माण नहीं करवाया। इस पर जिला कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिये कि पुराने बाजार में मैनहोल का कार्य अधिकतम 2 दिन में पूर्ण कर सडक पुनर्निर्माण करवायें। जिला कलेक्टर ने नगरपरिषद आयुक्त रविन्द्र यादव को रेलवे स्टेशन के सामने स्थित नाले की सफाई करवाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने भेड निष्क्रमण अभियान में भेडों और उनके पालकों की नियमित स्वास्थ्य जॉंच, भेडों के टीकाकरण, भेडपालकों को राशन वितरण , चैक पोस्ट पर मुस्तैदी रखने और कानून व्यवस्था के लिहाज से पुलिस से नियतिम सम्पर्क में रहने के निर्देश दिये।
काम को अटकायें नहीं:- जिला कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी नियमित जनसुनवाई करें। अपने कार्य को समय पर पूरा करें। पटवारी लेवल का प्रकरण तहसीलदार के पास, एसडीएम लेवल का प्रकरण कलेक्टर के पास  न आये। केवल बजट सम्बधी मामले या जिला, राज्य स्तर पर निर्णय वाले मामलों को ही आगे रैफर करें। जमाबंदी, सीमाज्ञान, अतिक्रमण, हैंडपम्प मरम्मत जैसे मामले जिला कलेक्टर के पास आये तो सम्बन्धित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। मुख्यमंत्री महोदय की जनसुनवाई, घोषणा पत्र, बजट घोषणाओं की प्रगति की भी बैठक में समीक्षा की गई। जिला कलेक्टर ने खरीफ को दृष्टिगत रखते हुये प्रमाणित बीज, खाद का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने, पात्र किसानों को निःशुल्क बीज मिनी किट वितरित करने के निर्देश दिये। जिले में उडद के 900 और सोयाबीन के 100 उच्च क्वालिटी बीजों के मिनी किट किसानों को वितरित किये गये हैं।
ई-मित्र का लाइसंेस निरस्त- खण्डार के बालेर में मृतक का रजिस्ट्रेशन कर श्रमिक डायरी बनाने तथा मृत्यु तारीख में गडबडी कर राजकोष को 2 लाख रूपये चूना लगाने का समाचार शनिवार को एक अखबार में प्रकाशित हुआ था। जिला कलेक्टर ने श्रम कल्याण अधिकारी को से इस मामले में रिपोर्ट मांगी थी। प्रारम्भिक जॉंच में सामने आया कि ठेकेदार और ई-मित्र संचालक ने परिजनों की शह पर कथित घोटाले को अंजाम दिया। इस पर ई-मित्र संचालक का लाइसंेस निरस्त कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बैठक में एडीएम बीएस पंवार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, सवाईमाधोपुर एसडीएम रघुनाथ व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

डीएम और एसपी ने कोरोना जागरूकता के लिये सेल्फी ली
सवाई माधोपुर।
सेल्फी बताती है कि आपकी प्राथमिकता क्या है, आपके इमोशन क्या हैं, आपके भीतर और आसपास क्या चल रहा है, आप क्या संदेश देना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने गत 21 जून को राज्य स्तरीय कोरोना जागरूकता कार्यक्रम की डिजिटल लॉंचिंग की तो अगले दिन लगभग सभी प्रमुख अखबारों में मुख्यमंत्री महोदय की सेल्फी का चित्र प्रकाशित हुआ जो उनके इस अभियान से लगाव और भावनात्मक जुडाव को व्यक्त करने वाला प्रभावकारी स्टेटमेंट था। सोमवार को राज्य के आम और खास ने इस सेल्फी अभियान को आगे बढाया और सोशल मीडिया पर इसे अपलोड किया। जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कलेक्टर चैम्बर के बाहर लगे सीएम संदेश बोर्ड के साथ सेल्फी ली। इस अवसर पर बडी संख्या में मीडियाकर्मियों, अधिकारी-कर्मचारियों और कलेक्ट्रेट में अपने काम से आये आमजन ने भी सेल्फी ली।
काफी संख्या में लोगों ने अपने घरों और कार्यस्थलों पर भी मास्क लगाकर सेल्फी ली। कुछ ने े परिजनों और मित्रों के साथ भी सोशल डिस्टेंसिंग  का पालन करते हुये सेल्फी लेकर कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुटता का संदेश दिया।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने सेल्फी लेने के बाद बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों को जागरूक करने में प्रशासन दिन-रात काम कर रहा है। सेल्फी भावनात्मक अपील करती है। सभी अधिकारियों और आमजन ने इसके माध्यम से संदेश दिया है कि संकट की इस घडी में पूरा जिला एक हैं और हम इस संकट की घडी से अधिक मजबूत होकर उभरेंगे।

रैली के माध्यम से कोरोना से बचाव का संदेश दिया
सवाई माधोपुर।
कोरोना जागरूकता अभियान के तहत सोमवार प्रातः जिला मुख्यालय पर सोशल डिस्टंेसिंग के साथ विशाल रैली का आयोजन हुआ। 2 गज दूरी रखने, बार-बार हाथ धोने, घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाने और सार्वजनिक स्थानों पर न थूकने  की शिक्षा देते पोस्टर, बैनर, सनबोर्ड हाथ में लिये प्रतिभागियों ने कोरोना से सावधान रहने, साथ ही इसका डर मन से निकालने का संदेश दिया।
सवाईमाधोपुर एसडीएम रघुनाथ ने कलेक्ट्रेट से हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया तथा स्वयं भी इसमें शामिल हुये। रैली अम्बेडर सर्कल, रेलवे स्टेशन, पुरानी ट्रक युनियन होते हुये पुनः कलेक्ट्रेट पहॅंुची । रैली में पैदल, साईकिल सवार और बाइक सवार शामिल हुये। रैली में एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केन्द्र के वॉलटिंयर्स, स्कूली विद्यार्थी भी शामिल हुये। पीआरओ सुरेश चन्द्र गुप्ता ने रैली में शामिल प्रतिभागियों को जागरूकता अभियान का महत्व समझाया तथा रैली में शामिल हुये। नेहरू युवा केन्द्र के हर्षित, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम बैरवा, खेल अधिकारी विनोद सिंह, शारीरिक शिक्षा प्रकोष्ठ प्रभारी मोहनलाल शर्मा, कमलेश गुर्जर भी रैली में शामिल हुये। इसी प्रकार ब्लॉक एवं उपखंड मुख्यालयों पर भी उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारियों के निर्देशन में रैली निकाली गयी। जिला कलेक्टर ने इन रैलियों में शामिल प्रतिभागियों की प्रशंषा की तथा अभियान को आगे भी इसी भावना से चलाने के निर्देश दिये।

कोरोना जागरूकता अभियान अब 7 जुलाई तक
सवाईमाधोपुर।
कोरोना जागरूकता अभियान की अपार सफलता को देखते हुये राज्य सरकार ने इसकी अवधि 7 दिन बढा दी है। जिला कलेक्टर नन्ूमल पहाडिया ने सोमवार को इस सम्बंध में सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि बढाई गयी अवधि, 1 जुलाई से 7 जुलाई में चलाये जाने वाले जागरूकता कार्यक्रमों का विस्तृत ड्राफ्ट मंगलवार तक प्रस्तुत करें। इस अभियान के चलते गांव-गांव, ढाणी ढाणी के लोग काफी जागरूक हुये हैं।
सम्बंधित विभाग अपने सम्पर्क के लोगों जैसे कृषि विभाग किसान, परिवहन विभाग ड्राइवर, क्लिनर और वाहन मालिकों को जागरूक करेंगे। इसके लिये स्थानीय स्तर पर जागरूकता सामग्री प्रकाशित करवाने के सम्बंध में भी निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई से शुरू हुये इस राज्य स्तरीय अभियान का समापन 30 जून को होना था। अब 1 जुलाई को स्थानीय सूचना केन्द्र में कोरोना जोगरूकता प्रदर्शनी का शुभारम्भ होगा तथा सप्ताह भर गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जागरूकता कार्यक्रम का दूसरा चरण संचालित किया जायेगा।

जागरूकता रथ से कोरोना बचाव में मिल रही मदद
सवाईमाधोपुर।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा कोरोना जागरूकता रथ सोमवार को हिंगोटिया, उदेई मोड, सेवा, गंगापुर सिटी में पहुंचा तथा दर्जनों स्थानों पर लोगों को कोरोना से बचाव एवं सतर्कता के लिए जागरूक किया।
रथ में ऑडियों और वीडियो संचालन सिस्टम लगा हुआ है जिसके माध्यम से जिंगल, शॉर्ट फिल्मों का प्रसारण कर आमजन को 2 गज दूरी रखने, बार-बार हाथ धोने, घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाने और सार्वजनिक स्थानों पर न थूकने के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर जागरूकता सामग्री का वितरण भी किया गया। मंगलवार को रथ वजीरपुर, खंडीप, पिलोदा, उदेई खुर्द और छान गांवों में जायेगा।

चकेरी में आम रास्ते से अतिक्रमण हटाया
सवाई माधोपुर।
आम रास्ते में अतिक्रमण से चकेरी के ग्रामीण काफी समय से परेशान थे। यहॉं सोमवार को जेसीबी से अतिक्रमण हटाकर रास्ते को खोला गया।
सवाई माधोपुर तहसीलदार भूअभिलेख निरीक्षक , पटवारी और पुलिस जाप्ते के साथ सोमवार को मौके पर पहॅंुचे और अतिक्रमण हटवाया। अतिक्रमियों ने रास्ते को अपनी खातेदारी भूमि में मिला लिया था जिससे रास्ता संकरा होकर अवरूद्ध हो गया था। आमजन ने इसके लिये प्रशासन का आभार प्रकट किया है।

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