मेले के दौरान कोरोना को जिले में आने से रोकने के हो समुचित प्रयास- जिला कलेक्टर

धार्मिक स्थल, रेस्टोरेंट एवं होटल संचालकों की कोरोना वायरस को लेकर बैठक
करौली।
कोरोना वायरस को जिले में आने से रोकने के लिए कैलादेवी, बालाजी, श्रीमहावीर जी मंदिर ट्रस्ट सहित होटल व रेस्टोरेंट संचालकों एवं भण्डारा आयोजकों को स्वच्छता एवं वायरस नाशक हाईजीन स्प्रे व पौंछा गतिविधियां अपनानी होंगी। मंदिर परिसर की रेलिंग, हाथ से छूये जाने वाले दरवाजों के हैंडल, टेबल सहित अन्य स्थानों दिन में कई बार साफ कर कोरोना के संक्रमण को रोकने की जिला कलेक्टर डॉ. मोहनलाल यादव ने जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में अपेक्षा जताई।
जिला कलेक्टर कोरोन वायरस की पहचान एवं बचाव के प्रति जागरूकता के लिए जिले के धार्मिक स्थलों, होटल व रेस्टोरेंट संचालकों, भण्डारा आयोजन को सहित श्रीमहावीरजी स्थित शिक्षण संस्थानों को कोरोना बचाव के लिए आवश्यक गतिधियां उपयोग बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव के लिए बालाजी मंदिर ट्रस्ट द्वारा दर्शन बंद किये जाने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य धार्मिक स्थानों को भी जनहित में इस प्रकार के निर्णय लिये जाने चाहिए ताकि कोरोना के संक्रमण से जिले को बचाया जा सके।
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बैनीवाल ने कैलादेवी मेले दौरान आयोजित भंडारों, भीड वाले स्थानों पर कोरोना संक्रमण की रोक के लिए बचाव गतिविधियों को गति देने पर जोर देते हुए कहा कि धार्मिक स्थानों पर कोरोना से निपटने की पुख्ता कार्य व्यवस्था बनाई गई है, लेकिन कैलादेवी मेले मे आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के जत्थों के दर्शन एवं भोजन दौरान एकत्रिकरण से संक्रमण के खतरे को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि हो सके तो कैलादेवी ट्रस्ट प्रशासन द्वारा मेलों में दर्शनार्थियों एवं श्रद्धालुओं तक कोरोना संक्रमण का संदेश पहुंचाया जाये एवं मेले दौरान यात्रा न किये जाने की अपील कराई जाये। उन्होंने उत्तर प्रदेश के पर्यटक स्थल आगरा से आने वाले दर्शनाार्थियों द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण खतरे से आगाह करते हुए इसके रोक के लिए आवश्यक इंतजमात की आवश्यकता जताई।
सीएमएचओ डॉ. दिनेशचंद मीना ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति, पहचान, लक्षण व बचाव स्थितियों का विस्तार से बताते हुए कहा कि कोरोना के वायरस का संक्रमण स्वच्छता रखकर रोका जा सकता है, जिसमें हाथों की सफाई एवं हाथों को चेहरे न छूए जाना शामिल है। संक्रमण का खतरा विदेश से आने वाले एवं संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बढ़ जाता है । डिप्टी सीएमएचओ (स्वास्थ्य) डॉ. ओपी बैरवा ने कोरोना वायरस के लक्षणों सहित बचाव गतिविधियों को पीपीटी के माध्यम से बताते हुए प्रभावित वर्ग एवं विदेशी पर्यटकों के ठहरने वाले स्थानों पर विशेष दिये जाने की बात रखी। इस दौरान शिक्षा विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, आईसीडीएस विभागाधिकारी-प्रतिनिधि सहित आरसीएचओ डॉ. जयंतीलाल मीना, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सतीशचंद मीना, डीपीएम आशुतोष पांडेय, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, कैलादेवी, बालाजी, श्रीमहावीर जी मंदिर ट्रस्ट प्रतिनिधि, भंडारा आयोजक, होटल व रेस्टोरेंट संचालक उपस्थित रहे।