इस साल पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। बंगाल, असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपना मोर्चा संभाल लिया है। असम और पश्चिम बंगाल में बीजेपी की नजर हैं तो तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में कांग्रेस पकड़ बनाने में लगी है।केरल में आज तक कोई भी सरकार लगातार चुनाव जीत कर नहीं आ पाई है। लेकिन मौजूदा पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली LDF सरकार इसै चुनौती दे रही है। अब स्थानीय निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन के बाद यह इतिहास रचने की तैयारी में लगी है।
हालांकि, कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष इसका मुकाबला करने के लिए कमर कस चुका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपने स्टार प्रचारक उतारा गया है। ऐसे में राहुल गांधी के अध्यक्ष होने का रास्ता कांटो भरा है। कांग्रेस साल 2014 से लगातार बैकफुट पर है। बड़ी मुश्किल से कुछ राज्यों में कांग्रेस की सरकार गठबंधन के सहारे चल रही है।
ऐसे में स्टार प्रचारक बने राहुल गांधी कितने वोट ला बटोर पाते हैं। यह भी एक सवाल बना हुआ है। अगर यहां राहुल गांधी अपना जादू बिखेर पाते हैं तो शायद कांग्रेस में उम्मीद की नई रोशनी जग सकती है। वर्तमान में वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से राहुल गांधी लोकसभा सदस्य है। वो लगातार अपने क्षेत्र का दौरा करते रहे हैं। राहुल गांधी आगामी विधानसभा चुनाव में अपना जादू बिखेर पाते हैं तो कांग्रेस में एक नई रोशनी के साथ उम्मीद जग सकती है।