सत्तारूढ़ सरकार किसान एवं श्रमिक विरोधी निर्णय वापस ले- अजीत सिंह मेहता

टोंक। भाजपा के पूर्व विधायक एवं दौसा जिला प्रभारी अजीत सिंह मेहता ने राज्य सरकार के श्रमिक विरोधी निर्णय की कडे शब्दों निंदा की है। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने ही श्रम करवाने के मानदण्ड तय कर रखे हैं तो श्रमिकों के हितों के साथ कुठाराघात क्यों किया जा रहा है?
मेहता ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते सरकार एक के बाद एक श्रमिक विरोधी एवं किसान विरोधी निर्णय लेकर इन वर्गों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। जिसे भाजपा बर्दाश्त नहीं करेगी। मेहता ने बताया कि तय मानदण्डों के अनुरूप काम के अलावा अतिरिक्त समय तक काम करवाने के अतिरिक्त श्रम का भुगतान अलग से दिलवाया जावे, ताकि श्रमिकों का आर्थिक भला हो सके।
उन्होंने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ सरकार ने मंडी कृषक कल्याण कोष के नाम पर टैक्स बढ़ाकर किसानों के हितों पर कुल्हाड़ी चलाने का काम किया है। जिसके विरोध में प्रदेश की सभी कृषि उपज मण्डी बंद पड़ी है, पर सरकार आँख मंूदे हुए है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान वहन करने को विवश होना पड़ रहा है। मेहता ने राज्य सरकार को चेताया है कि यदि समय रहते दोनों निर्णय वापस नहीं लिए तो भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।