आज की ताजा खबर: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड 4 आरोपी गिरफ्तार

जयपुर। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान पुलिस के साथ जॉइंट ऑपरेशन में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मुख्य आरोपी रोहित राठौड़ और नितिन फौजी समेत तीन आरोपियों को चंडीगढ़ से हिरासत में लिया है। ये चंडीगढ़ सेक्टर 2२ में शराब ठेके के ऊपर बने कमरे में छिपे थे। इसमें दो हत्या के मुख्य आरोपी रोहित राठौड़ और नितिन फौजी हैं, जबकि तीसरे आरोपी के बारे में अभी जानकारी सामने नहीं आई है।आरोपियों को दिल्ली लाया जा रहा है। इन्हें जयपुर लाने के बाद गिरफ्तार किया जाएगा।
इससे पहले शनिवार को साजिशकर्ताओं में शामिल रामवीर (23) पुत्र सतवीर को जयपुर पुलिस ने शनिवार को उसके गांव महेंद्रगढ़ (हरियाणा) के सत्तनाली इलाके के सुरेती (पिलानियां) से गिरफ्तार किया है। रामवीर, शूटर नितिन फौजी का बचपन का दोस्त है।

नवीन घर में लेकर घुसा था बदमाशों को
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ के अनुसार, गोलीबारी के दौरान मरने वाला नवीन मुलताई शाहपुरा का रहने वाला था। नवीन जयपुर में कपड़े का व्यापार करता था। पुलिस के पास सभी आरोपियों और घटना को लेकर सीसीटीवी फुटेज है। मौके से भागने वाले दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

हत्या से पहले पी शराब
बदमाश स्कॉर्पियो (आरजे-14 टीई- 7037) से पहुंचे थे। गोगामेड़ी के घर के बाहर खड़ी बदमाशों की स्कॉर्पियो में पुलिस को एक बैग, शराब की बोतल और खाली ग्लास मिले थे। एफएसएल टीम की मदद से फायरिंग वाली जगह से सबूत जुटाए गए। पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए स्कॉर्पियो को लॉक कर खड़ा कर दिया। स्कॉर्पियो जयपुर के झालाना आरटीओ ऑफिस से रजिस्टर्ड है। गाड़ी मालिक प्रदीप बताया जा रहा है। पुलिस गाड़ी मालिक के बारे में जानकारी जुटा रही है।

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5 हजार रुपए में किराए पर ली थी स्कॉर्पियो
पुलिस की शुरुआती जांच में आया है कि नवीन ने 30 नवंबर को मालवीय नगर में रेंट पर गाड़ी देने वाले इमरान से 5 हजार रुपए किराए पर स्कॉर्पियो ली थी। 5 दिसंबर दोपहर 12:30 बजे तक नवीन यह स्कॉर्पियो लेकर अकेला घूमता नजर आया था। वैशाली नगर स्थित नर्सरी सर्किल के पास महज 2 मिनट के लिए स्कॉर्पियो बंद हुई थी। इसके बाद दोबारा वहां से रवाना होकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर के बाहर रुकी थी। यह सब पुलिस को स्कॉर्पियो में लगे जीपीएस सिस्टम से पता चली।

सिक्योरिटी गार्ड बोला- नवीन ने गोगामेड़ी की किसी से फोन पर बात कराई थी
पुलिस पूछताछ में गोगामेड़ी के सिक्योरिटी गार्ड नरेंद्र ने बताया-‘नवीन शेखावत सुखदेव गोगामेड़ी से मिलने आया था। नवीन ने गोगामेड़ी की किसी से फोन पर बात करवाई थी। उसके बाद सुखदेव गोगामेड़ी ने नवीन शेखावत को अंदर मिलने बुलाया था। नवीन के साथ दो हमलावर भी अंदर आए थे। तभी हमलावरों ने नवीन और सुखदेव गोगामेड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी थी। गोगामेड़ी के परिचित अजित को भी गोली मारी। बाहर निकलते समय हमलावरों ने नरेंद्र को भी गोली मार दी।’

जयपुर में रूकने की व्यवस्था की थी
बदमाश रामवीर ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (53) को मारने वाले शूटर नितिन फौजी के लिए जयपुर में पूरी व्यवस्था उपलब्ध करवाई थी। 5 दिसंबर को गोगामेड़ी की नितिन फौजी और रोहित राठौड़ ने श्याम नगर (जयपुर) स्थित उनके घर पर अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी थी। मर्डर के बाद रामवीर अपनी बाइक से नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को बगरू टोल प्लाजा से आगे ले गया था। राजस्थान रोडवेज के नागौर डिपो की बस में बैठाकर फरार करवाया।
उन्होंने बस में एक लड़के का फोन लेकर किसी को कॉल भी किया था। डीडवाना पहुंचने के बाद भी दोनों शूटर ने एक ड्राइवर को कॉल लगाया और स्विफ्ट कार किराए पर ली। इसी कार में दोनों शूटर्स सुजानगढ़ तक पहुंचे। यहां से दिल्ली की बस में सवार होकर फरार हो गए।
शूटर रोहित और नितिन फौजी हत्या के बाद राजस्थान रोडवेज की बस से डीडवाना गए। वहां से किराए की कार से सुजानगढ़ पहुंचे थे।
रामवीर व नितिन फौजी बचपन के दोस्त
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चन्द्र बिश्नोई के अनुसार रामवीर सिंह और नितिन फौजी के गांव आस-पास हैं। दोनों आरपीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में 12वीं क्लास में एक साथ पढ़ाई करते थे। 12वीं पास करने के बाद नितिन फौजी सेना में भर्ती हो गया। रामवीर ने जयपुर के मानसरोवर स्थित विल्फ्रेड कॉलेज से साल 2017 से 2020 तक बीएससी और 2021 से 2023 तक कालवाड़ रोड स्थित विवेक पीजी कॉलेज से एमएएससी (मैथ) की पढ़ाई की। रामवीर अप्रैल 2023 में एमएससी का अंतिम पेपर देकर गांव चला गया था।

नितिन आर्मी में है, नवंबर में छुट्टी पर आया था
गोगामेड़ी पर फायरिंग करने वाला दूसरा आरोपी नितिन आर्मी में है। उसके पिता कृष्ण कुमार फौज से रिटायर्ड हैं। नितिन का बड़ा भाई अशोक कुमार भी आर्मी में है। वह हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है। उसका गांव दोगड़ा जाट है। नितिन करीब 5 साल पहले फौज में भर्ती हुआ था। बहरोड़ (अलवर) में 19 जाट बटालियन में उसकी पोस्टिंग थी। एक साल पहले ही बहरोड़ में उसकी पोस्टिंग हुई थी। वह 8 नवंबर को दो दिन की छुट्टी लेकर गांव आया था। गांव में एक दिन ही रुका था। अगले दिन 9 नवंबर को वह गाड़ी की सर्विस कराने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद वह न तो घर लौटा, न ही परिवार के सदस्यों से फोन पर कोई बात हुई।
रामवीर पहले भी कर चुका है मदद
9 नवंबर को नितिन फौजी और उसके साथियों ने महेंद्रगढ़ में सदर थाना पुलिस पर फायरिंग की थी और फरार हो गए थे। रामवीर ने नितिन फौजी की जयपुर में होटल और अपने परिचित के फ्लैट पर रुकने की व्यवस्था की थी। शनिवार को पुलिस ने आरोपी रामवीर को उसके घर से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है।
बदमाशों ने बातचीत के दौरान अचानक सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग कर दी थी। गोली लगते ही वह नीचे गिर गए थे।
बदमाशों ने बातचीत के दौरान अचानक सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग कर दी थी। गोली लगते ही वह नीचे गिर गए थे।

पहले कई बार मिल चुकी थी धमकी
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को पहले कई बार धमकी मिली चुकी थी। इसको लेकर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी थी कि मेरी जान को खतरा है। जब गोगामेड़ी की पत्नी कॉलोनी स्थित मंदिर में पूजा के लिए जाती थीं तो उनके साथ निजी गनमैन जाते थे।

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी साल 2017 में फिल्म पद्मावत की जयगढ़ में शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना के लोगों ने तोड़फोड़ की थी। गोगामेड़ी फिल्म पद्मावत और गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर केस के बाद राजस्थान में हुए प्रदर्शन से चर्चा में आए थे।

गोगामेड़ी कौन थे
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इससे पहले लंबे समय तक राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े रहे थे। विवाद के बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था।

करणी सेना से अलग होकर बना था संगठन
साल 2006 में सबसे पहले करणी सेना बनी थी। बाद में लोकेंद्र सिंह कालवी ने अलग संगठन राजपूत करणी सेना बनाया था। साल 2012 में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को श्री राजपूत करणी सेना का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन बाद में कालवी और गोगामेड़ी में विवाद हो गया था। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने 2017 में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था। श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना है। वहीं सुखदेव सिंह राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना नाम का संगठन संभाल रहे थे।

रोहित गोदारा कौन है
गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई की गैंग का गुर्गा है। इस पर पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। गोदारा 2022 में फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाकर देश से बाहर भाग गया था। गोदारा विदेश जाने से पहले बीकानेर के लूणकरणसर में कपूरियासर में रहता था। चूरू के सरदारशहर में 2019 में भींवराज सारण की हत्या के मामले में भी मुख्य आरोपी था। गैंगस्टर राजू ठेहट के मर्डर की भी गोदारा ने जिम्मेदारी ली थी।

सुखदेव के घर में घुसकर गोलियां मारी थीं
2 बदमाशों ने 5 दिसम्बर को दिनदहाड़े सुखदेव गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं और भाग निकले। घायल अवस्था में गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था। गोगामेड़ी की हत्या के बाद अस्पताल के बाहर ही धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया था। राजपूत समाज के लोग काफी संख्या में जमा हो गए थे। अगले दिन राजस्थान बंद रखा गया था।