मोहब्बत की दुकान में चल रहा भ्रष्टाचार का कारोबार : स्मृति ईरानी

करोडों के कुबेर पर अब कांग्रेसी उठा रहे सवाल

कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकाने नोट उगल रहे हैं। हालात यह हैं कि दिन-रात छोटी-बड़ी करीब 40 मशीनों से नोटों की गिनती चल रही है लेकिन आईटी अधिकारियों को छोर नहीं नहीं मिल रहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि नोटों की गिनती का काम सोमवार तक जारी रह सकता है। अब तक करीब 300 करोड रुपए की नकदी अधिकारियों ने जब्त की है। दूसरी ओर अब कांग्रेस पार्टी के नेता भी धीरज से दूरी बना रहे है
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया कि सांसद धीरज साहू के बिजनेस से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा भी इसे बड़ा मुद्दा बनाने से नहीं चूक रही है। भाजपा की ओर से शनिवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया। भाजपा आईटी सेल के हेड अमित ने इसे सोनिया गांधी के जन्मदिन से जोड़ते हुए एक्स पर पोस्ट किया कि-आज अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस है। आज ही करप्शन की दुकान की मालकिन का जन्मदिन भी। यह महज संयोग है!
बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने धीरज साहू के प्रतिष्ठानों से सैकड़ों करोड़ रुपए नकद बरामद होने के बावजूद कांग्रेस नेतृत्व की चुप्पी पर निशाना साधा। शनिवार को उन्होंने अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में रामवीर सिंह बिधूड़ी, मनोज तिवारी और रमेश बिधूड़ी के अलावा दिल्ली से भाजपा के अन्य सांसद, विधायक और प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सचदेवा ने कहा कि भ्रष्टाचार की रीति को जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था, उसी रीति को राहुल गांधी भी आगे बढ़ा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि गांधी परिवार को देश को बताना चाहिए कि किस कांग्रेस नेता के लिए राज्यसभा सांसद एटीएम के रूप में काम कर रहे थे। मोहब्बत की दुकान में भ्रष्टाचार का कारोबार चल रहा है।
जानिए कौन है धीरज साहू
धीरज साहू का जन्म 23 नवंबर 1955 को रांची में हुआ। पिता राय साहब बलदेव साहू अविभाजित बिहार के छोटा नागपुर से थे तथा स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लिया। 2018 में राज्यसभा सदस्य बनने से पूर्व शपथ पत्र में संपत्ति 34.83 करोड रुपए, एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू तथा एक पाजेरो कार होने का उल्लेख किया था। इसके अलावा स्वयं पर करीब 2.40 करोड का कर्ज भी बताया था। धीरज तीसरी बार राज्यसभा पहुंचे हैं। साहू का परिवार शराब कारोबार से जुड़ा है।