राजस्थान में वसुंधरा राजे ने फंसा दिया पेच, हो सकता है शक्ति प्रदर्शन!

जयपुर। राजस्थान में सीएम का मामला लम्बा खींचता जा रहा है। सूत्रों से पता लगा है कि भाजपा विधायक दल की बैठक मंगलवार को होगी। इसलिए राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए , क्योंकि इससे पहले विधायक दल की बैठक सोमवार को होने के आसार थे। लेकिन अब यह बैठक आगे टलती हुई नजर आ रही है। जानकारी मिली है कि केंद्रीय पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लखनऊ में राष्ट्रपति के कार्यक्रम में मौजूदगी की संभावना है। ऐसे में सोमवार को राजस्थान में उनके पहुंचने पर सवालिया निशान है। ऐसे में अगर केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को नहीं पहुंच पाए, तो यह बैठक आगे टल सकती है।
दूसरी ओर दिल्ली से लौटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (vasundhara raje) के निवास पर कई विधायक मिलने का सिलसिला तेज हो गया हैं, लिहाजा, विधायकों की मुलाकात को वसुंधरा के शक्ति प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है।
सोमवार को भी टल गई विधायक दल की बैठक
एक सप्ताह गुजर गया लेकिन राजस्थान में सीएम का नाम तय नहीं हो पाया है। सीएम पद को लेकर लगातार राजस्थान की सियासत में हलचल मची हुई है। उधर, भाजपा ने भले ही तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की। लेकिन अभी तक विधायक दल की बैठक नही हो पाई है। रविवार को इस बात के कयास थे कि तीनों पर्यवेक्षक सोमवार को विधायक दल की बैठक लेंगे। लेकिन वे आज तक नहीं पहुंचे हैं।

vasundhara raje

वसुंधरा के निवास पर लग रहा विधायकों का जमघट
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (vasundhara raje) जैसे ही जयपुर लौटी, वैसे ही उनके सिविल लाइंस स्थित निवास पर विधायकों का जमावड़ा शुरू हो गया है। ऐसे में सियासत में एक बार फिर अटकलें का बाजार जमकर गर्म है। कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली से लौटने के बाद क्या वसुंधरा फिर से शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है।
वही कई राजनीतिक जानकारों का मानना है कि दिल्ली से लौटने के बाद उनके समर्थक विधायकों में उत्सुकता है कि अब वसुंधरा राजे का अगला कदम क्या होगा? अब वसुंधरा राजे की क्या भूमिका रहेगी। शायद इस चीज को जानने के लिए उनके समर्थक वसुंधरा से मिलने पहुंचे हैं।
वसुंधरा राजे से मिले ये विधायक
जैसे ही vasundhara raje अपने जयपुर स्थित निवास पर पहुंची उनके समर्थक विधायक उनसे मिलने के लिए जुट गए। इस दौरान रविवार को कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी, नदबई विधायक जगत सिंह, डेगाना विधायक अजय सिंह किलक, शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़, गुड़ामालानी से केके बिश्नोई, बिलाड़ा विधायक अर्जुन लाल गर्ग, बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत, निंबाहेड़ा विधायक श्री चंद्र कृपलानी, बगरू विधायक कैलाश वर्मा, वैर विधायक बहादुर सिंह कोली और भादरा विधायक संजीव बेनीवाल वसुंधरा राजे से मिलने पहुंचे। इन विधायकों के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, देवी सिंह भाटी, राजपाल सिंह शेखावत और प्रहलाद गुंजल भी मिलने पहुंचे हैं।
वसुंधरा राजे की अनदेखी पड़ सकती है भारी
राजनीतिक विश्लेषकों को मानना है कि पूर्व मुख्यमंत्री vasundhara raje की अनदेखी करना पार्टी आलाकमान का भारी पड़ सकती है। क्योंकि vasundhara raje को सीएम से कम पद स्वीकार नहीं है। इसलिए पार्टी आलाकमान के लिए सीएम का तय करना मुश्किल बना हुआ है साथ ही भारी भी पड़ सकता है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे की अनदेखी पार्टी को भारी पड़ सकती है। क्योंकि करीब छह माह बाद ही लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। यही कारण है कि राजस्थान में वसुंधरा राजे से बड़ा कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा है।
राजस्थान में vasundhara raje, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव, किरोड़ीलाल मीना, अर्जुन मेघवाल सहित आधा दर्जन सीएम की रेस में शामिल हैं।