
गुजरात में एक के बाद एक फर्जी अधिकारियों के पकड़े जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बदमाश फर्जी तरीके से विभिन्न सरकारी अधिकारी, संस्थाओं के एचओडी आदि के नाम से अपना पहचान पत्र बनवाकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया हैं जहां जूनागढ़ फैमिली कोर्ट के ड्राइवर और विनीत दवे नाम के फर्जी पुलिस उपाधीक्षक का पहचान पत्र रखने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जूनागढ़ के एसपी हर्षद मेहता के अनुसार जूनागढ़ लोकल क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि एक युवक अपनी पहचान पुलिस बताकर इलाके में घूम रहा है। इस पर विनीत दवे को एमजी रोड स्थित क्राइम ब्रांच लाया गया। पूछताछ में पता चला कि वह कुछ समय से कोर्ट में गैरहाजिर है। पुलिस के डुप्लीकेट पहचान पत्र में उसने खुद को डिप्टी एसपी बता रखा था। पुलिस वालों की कुछ फोटो एडिट कर उनमें अपना चेहरा लगा रखा था।
डीवाईएसपी का फर्जी पहचान पत्र रखने वाले विनीत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह सरकारी नौकरी दिलाने का वादा कर अब तक 17 लोगों से 2.11 करोड़ रुपए ऐंठ चुका हैं। वह लोगों को अपनी पहचान पुलिस उपाधीक्षक के रूप में देता था और सरकारी नौकरियों में लगवाने का लालच देकर पैसे वसूलता था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।