जयपुर। प्रदेश में कृषि क्षेत्र के बहुआयामी विकास और किसानों के कल्याण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों की बदौलत राजस्थान के किसान नई जिन्दगी का सुकून पाने लगे हैं। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए ़ऋण से उन्हें अपनी खेती-बाड़ी में तरक्की के साथ ही खलिहानों की समृद्धि की आस जगी है। खासकर जनजाति बहुल बांसवाड़ा जिले के किसान सरकारी संरक्षण और मदद के मामले में अपने आपको खुशकिस्मत मान रहे हैं। किसानों का मानना है कि राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है और अब किसानों के लिए सुनहरे युग का उदय नई रोशनी लेकर आया है।
दी बांसवाड़ा सेंट्रल कोपरेटिव बैंक लि. ने संवारी तकदीर– बांसवाड़ा जिले में किसानों को फसली ऋण वितरण के मामले में सहकारिता विभाग ने बेहतर उपलब्धियां हासिल की हैं। जिले में खरीफ-2019 में ऑनलाइन फसली ऋण वितरण में दी बांसवाड़ा सेंट्रल कोपरेटिव बैंक लिमिटेड ने अपूर्व पहल करते हुए इस मौसम चक्र में 24 हजार से अधिक नये सदस्यों को 33 करोड़ रुपये से अधिक अल्पकालीन फसली ऋण वितरण का रिकार्ड कायम किया है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पहली बार कोपरेटिव बैंक में ऑनलाइन पद्धति से ऋण वितरण किया जा रहा है।
बांसवाड़ा जिले के 52 हजार 362 कृषकों ने खरीफ-2019 में ऑनलाइन आवेदन किया है, जिनमें से लगभग 45 हजार कृषकों के 78 करोड़ से अधिक के ऋण स्वीकृत किये गये हैं। आदिनांक तक 70 करोड़ रुपये का ऋण वितरण कर इन किसानों को लाभान्वित किया जा चुका है। सहकारिता की इस नवीन ऑनलाइन एवं पारदर्शी पद्धति के प्रति कृषकों में अभूतपूर्व उत्साह है। पंजीयन से लगाकर ऋण वितरण तक समस्त कार्य में बैंक से सम्बद्ध 11 शाखाओं एवं 195 लेम्प्स के कर्मचारियों ने सर्वोच्च प्रयास कर त्वरित गति से समस्त कार्यों का निष्पादन किया है।
315 करोड़ के ऋण हुए माफ– जिले में ऋण माफी योजना-2018 एवं 2019 में कृषकों के लगभग 315 करोड़ रुपए के फसली ऋण माफ हुए हैं। बैंक द्वारा उपलब्ध संसाधनों से राज्य सरकार के नियमानुसार क्षेत्र के कृषकाें को लगातार ऋण वितरण किया जा रहा है। गांधी जयंती के अवसर पर बैंक के कार्य क्षेत्र के लेम्प्स और नये सदस्य बनाए जाएंगे, जिन्हें रबी मौसम चक्र में ऋण वितरण किया जाएगा। सहकारिता विभागीय इन कृषक कल्याण गतिविधियों की बदौलत जनजाति बहुल बांसवाड़ा जिले के किसानों में प्रदेश सरकार के प्रति विश्वास में बढ़ोतरी के साथ खेत-खलिहानों के जरिये खुशहाली के स्वप्न साकार होने लगे हैं।
मुख्यमंत्री व सरकार का आभार जता रहे धरती पुत्र- किसानों का मानना है कि सरकार ने जिस पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ किसानों के हितों में जो ऎतिहासिक निर्णय लेकर इनका सार्थक क्रियान्वयन किया है वह राजस्थान को कृषि विकास एवं कृषक कल्याण के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में पहचान देगा। इसके लिए जब भी कहीं कृषि और सहकारिता के आयोजन का अवसर मिलता है, किसान प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं सरकार का आभार जताना कभी नहीं भूलते।