‘उपचार’ के हुए चुनाव, डॉ. महेन्द्र मीना बने अध्यक्ष

उपाध्यक्ष डॉ. मनोज जैन व सचिव डॉ. मुकेश गर्ग बने
गंगापुर सिटी।
‘उपचार’ की पहली औपचारिक मीटिंग रिया हॉस्पिटल में संपन्न हुई। मीटिंग में सर्वप्रथम पहले द्वि वार्षिक चुनाव संपन्न हुए। गंगापुर सिटी शाखा की कार्यकारिणी गठित हुई। सभी पदों पर सदस्यों की सहमति से पद निर्वाह का दायित्व सौंपा गया। सभी ने उत्साह पूर्वक गठित कार्यकारिणी में अपना पूर्ण विश्वास जताया और सभी ने निरंतर सहयोग देने की प्रतिबद्धता दिखाई।


कार्यकारिणी में संरक्षक पद पर डॉ. आर. एस. पराशर, डॉ. राजेंद्र शास्त्री, डॉ. सी. पी. गुप्ता को मनोनीत किया गया। प्रेसिडेंट पद पर डॉ. महेंद्र मीना, वाइस प्रेसिडेन्ट डॉ. मनोज जैन, सचिव पद पर डॉ. मुकेश गर्ग, कोषाध्यक्ष पद पर डॉ. रवि गुप्ता, मीडिया प्रवक्ता डॉ. शैल शास्त्री और एग्जीक्यूटिव मैम्बर्स में डॉ. आई.पी. जैन, डॉ. मुकेश बंसल, डॉ. कमला मीना, डॉ. राजेश गर्ग. डॉ. एस. खान, डॉ. अनिल टोडवाल, डॉ. अनिल शर्मा को रखा गया है।
मीटिंग में निर्णय किया गया कि उपचार की मासिक मीटिंग इसी प्रकार रखी जाए, जिसे रोस्टर प्रणाली से सभी सदस्यों के निवास पर रखा जाएगा। आज सबसे पहले उपचार संगठन की जानकारी दी गई और सभी सदस्यों को अपनी सदस्य संख्या बढाने के लिए सभी निजी चिकित्सकों को जो छोटा ओपीडी चला रहे हैं या बड़ा हॉस्पिटल, इस संगठन से जुडऩे के लिए प्रेरित करने को कहा गया। रिया हॉस्पिटल में कुछ समाजकंटकों द्वारा बेवजह धरना-प्रदर्शन और बदनाम करने के नापाक प्रयासों के लिए एक स्वर में सबने कड़ी भत्र्सना की। इस मामले में 2 दिन पूर्व भी उपचार संगठन के बैनर तले सभी चिकित्सक प्रशासन को ज्ञापन दे चुके हैं।
आज हुई मीटिंग में चेतावनी दी गई कि इन समाजकंटकों के नापाक कृत्यों पर लगाम नहीं लगाई गई तो सभी चिकित्सकों को मजबूरी में अपने चिकित्सा सेवाएं बंद करनी पड़ेगी। आज की मीटिंग सकारात्मक रही। सभी ने वचनबद्ध होकर एकजुटता से सभी समस्याओं का मिल-जुलकर हल निकलने का प्रयास करने के लिए कहा।
सभी ने एक स्वर में भामाशाह जैसी योजनाओं के बहिष्कार की बात की। जब तक कि इन योजनाओं में वांछित सुधार न हो जाए।
वीएमडब्ल्यू मामले का अपडेट भी दिया गया। पहले से ही प्रशासन और को होसविन इन्सीनेरेटर अलवर द्वारा की जा रही अनियमितताओं और मनमाना शुल्क वसूलने के खिलाफ सभी निजी चिकिसालयों के संचालको में रोष व्याप्त है।