लुटेरी दुल्हन की साजिश हुई बेनकाव: लुटेरी दुल्हन टारगेट करके फंसाती थी और रुपए व गहने लूट कर ले जाती थी

जयपुर। शादी का झांसा देकर रुपए व गहने हड़पकर फरार होने वाली लुटेरी दुल्हन नेहा पाटिल उर्फ नजमा शेख के गिरफ्त में आने के बाद कई अहम खुलासे हो रहे हैं। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि नेहा और उसकी गैंग में शामिल शोभारानी सोलंकी तथा अन्य साथी ठगी के लिए ऐसे लड़कों को तलाश करते थे। जिनकी पत्नी की मौत हो चुकी हो। तलाक या किसी अन्य वजह से पत्नी घर छोड़कर चली गई हो और इसकी वजह से उस लड़के के घर वालों को लड़की तलाश हो, ताकि शादी कर सके। गलतागेट थानाप्रभारी आरपीएस धर्मवीर सिंह चौधरी ने बताया कि लड़कों व उनके परिवार को अपनी साजिश में फंसाने के लिए जयसिंहपुरा खोर ब्रह्मपुरी निवासी शोभारानी सोलंकी खुद को नेहा उर्फ नगमा की मां बताती थी।इस बीच गैंग में शामिल बदनपुरा गलतागेट निवासी राहुल खंडेलवाल व पंचवटी कॉलोनी जयसिंहपुरा खोर निवासी रवि खंडेलवाल तथा नोरतमल जैन इन दोनों महिलाओं के बहकावे में आकर रुपयों को लालच में आकर ऐसे लड़के तलाश करते थे। जिन्हें शादी के लिए लड़की की जरूरत होती हो। ठगी की वारदात के बाद शोभा रानी सोलंकी हड़पी गई रकम को गैंग में तय कमीशन या अपनी इच्छा के अनुसार बांट देती थी। पुलिस उन चारों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी।

लुटेरी दुल्हन को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया

थानाप्रभारी ने बताया कि नेहा पाटिल (40) को मंगलवार को जयपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। वह मुंबई की ट्रेन से कल जयपुर पहुंची थी। वह सीकर के फतेहपुर शेखावाटी में अपने जाल में फंसा रखे पति से मिलने आई थी। पुलिस को इसकी भनक लग गई और उसे गिरफ्त में ले लिया। बुधवार को कोर्ट में पेश कर नेहा को एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। वह मूल रुप से मुंबई में ठाणे की रहने वाली है।

करीब दो साल पहले हुई थी शोभा सोलंकी से नेहा की मुलाकात

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गुजरात के एक व्यक्ति का मुंबई आना जाना था। तब उसकी पहचान नेहा पाटिल से हुई थी। वह व्यक्ति भी शादी का झांसा देकर ठगने की वारदात करता था। करीब दो साल पहले उसी पटेल नाम के व्यक्ति के मार्फत नेहा पाटिल और शोभारानी सोलंकी की मुलाकात जयपुर में हुई थी। एक्सीडेंट में पति की करीब 10 साल पहले मौत के बाद नेहा ने बेटी की शादी की। इसके बाद वह रुपयों की जरूरत होने से करीब पांच साल पहले इस तरह के ठगी के धंधे में उतर गई। उसने राजस्थान में आकर सीकर, जयपुर, जोधपुर व अन्य शहरों में शादी के लिए परेशान हो रहे जरूरतमंद युवकों से शादी के लिए संपर्क करती। आनन फानन में यह गैंग मंदिर में नेहा और लड़के की मंदिर में शादी करवाता। नेहा तीन चार दिन ससुराल में रहती और फिर मौका पाकर वहां जेवर, नकदी व कीमती सामान लेकर फरार हो जाती। इन्होंने गलता गेट इलाके में एक महिला के बेटे से शादी के बहाने एक लाख रुपए हड़पे। उसी ने जनवरी माह में केस दर्ज करवाया। तब पुलिस ने शोभारानी सोलंकी व अन्य तीन लोगों को पकड़ लिया। जबकि नेहा भाग निकली।

सीकर निवासी पति को बताया कि वह हाईकोर्ट में एडवोकेट है, उसकी पत्नी के जेवर हड़पे

थानाप्रभारी के अनुसार नेहा अपना नाम पता और प्रोफाइल बदलती रहती थी। वह अपने होने वाले पति से झूठ बोला करती थी। उसने सीकर में जिस युवक को फंसाकर शादी की। उसे बताया कि हाईकोर्ट में एडवोकेट है। केस के सिलसिले में अक्सर उसे बाहर जाना पड़ता है। इस बीच वह मौका पाकर उस व्यक्ति की मृतक पत्नी के कीमती जेवर भी ले गई। उस व्यक्ति ने सीकर में केस दर्ज करवाया है। नेहा ने अपने दलाल के मार्फत महाराष्ट्र में एक व्यक्ति के खाते में रुपए जमा करवाए थे। इसी का पीछा करते हुए गलतागेट थाना पुलिस ने जाल बिछाया और नेहा उर्फ नगमा को पकड़ लिया।

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