शिक्षित बेरोजगारों को 3500 रुपये तक प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता

जयपुर। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चाँदना ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षित बेरोजगारों को 3500 रुपये तक प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए शिक्षा योग्यता स्नातक रखी गई है। चाँदना प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि यह योजना उन युवाओं के लिए है जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी रोजगार नहीं पा सके हैं। इसीलिए इसमें न्यूनतम शिक्षा स्नातक रखी गई है।  

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इससे पहले विधायक शंकर सिंह रावत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में श्री चाँदना ने बताया कि राज्य सरकार ने जनघोषणा पत्र में राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवा वर्ग को 3500 रूपये तक प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की घोषणा की थी। जिसकी अनुपालना में एक फरवरी 2019 से राज्य में मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना का संचालन किया गया जिसके अन्तर्गत पुरूष आशार्थियों को 3000 रुपये एवं ट्रांसजेण्डर, महिला एवं विशेष योग्यजन आशार्थियों को 3500 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। प्रदेश में योजना प्रारम्भ तिथि 01 फरवरी 2019 से 31 दिसम्बर 2020 तक रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत स्नातक तथा योजनान्तर्गत पात्रता रखने वाले कुल 249433 बेरोजगार आशार्थियों को कुल 786.54 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान बेरोजगारी भत्ते के रूप में किया गया है। उन्होंने बताया कि ब्यावर विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। योजना प्रारम्भ तिथि 1 फरवरी 2019 से 31 दिसम्बर 2020 तक ब्यावर विधानसभा क्षेत्र के पंजीकृत स्नातक तथा योजनान्तर्गत पात्रता रखने वाले कुल 712 बेरोजगार आशार्थियों को कुल राशि 2.33 करोड़ रुपये के बेरोजगारी भत्ते का भुगतान किया गया है। इनमें से पुरूष आशार्थियों को 3000 रुपये एवं ट्रांसजेण्डर, महिला एवं विशेष योग्यजन आशार्थियों को 3500 रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान किया गया है।