रामलला के ननिहाल से अयोध्या पहुंचेगा 300 टन सुगंधित चावल

भगवान श्रीराम की तपो भूमि कहलाती है छत्तीसगढ़

रायपुर (छ.ग.)। अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। देश भर में उत्सव जैसा माहौल है। अयोध्या नगरी जगमगा उठी है। पीएम मोदी रोड शो कर चुके हैं। ऐसे में भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी ये उत्साह कम नहीं है। जीहां.. रायपुर से 27 किमी दूर चंद्रखुरी में भगवान राम की माता कौशल्या की जन्म स्थली माना जाता है जहां रामलला अपनी मां कौशल्या की गोद में बैठे हैं। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ भगवान राम को भांजे की तरह मानता है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 300 क्विंटल चावलों से भरे 11 ट्रक रवाना करेंगे। इसके लिए राज्य के राइस मिलर्स एसोशिएशन ने पूरी तैयारी कर ली है। एसोशिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल के अनुसार छत्तीसगढ़ भगवान राम का मामा पक्ष है। इसलिए छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है और मायरू स्वरूप 300 टन चावल अयोध्या भेजे जाएंगे। ये चावल रामलला को लगने वाले भोग और भंडार के लिए उपयोग में आएंगे।

छत्तीसगढ़ और अयोध्या का रिश्ता क्या?

रामायण काल में छत्तीसगढ़ को दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था। राजा दशरथ ने दक्षिण कौशल के राजा भानुमंत की बेटी कौशल्या से विवाह किया। इसके बाद अयोध्या और दक्षिण कौशल का रिश्ता जुड़ गया। छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना गया। इसके पीछे आधार यह है कि देश में एकमात्र कौशल्या माता मंदिर छत्तीसगढ़ में ही है।