BJP सांसद का दावा, किसान आंदोलन के लिए तीन मुख्यमंत्री कर रहे फंडिंग

पिछले 71 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार चल रहा है। किसान संगठनों के इस प्रदर्शन को हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश की खाप पंचायतों का पूरा समर्थन हासिल हुआ है। इससे किसान आंदोलन ने बीजेपी के लिए चिंता बढ़ा दी है। इस बीच किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी के सांसदों के लगातार बयान आ रहे हैं। इस सिलसिले में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी आरोप लगाया है कि आंदोलन में जो लोग बैठे हैं वो किसान नहीं है बल्कि राजनैतिक पार्टियों से समर्थित कुछ लोग हैं।
बिधुड़ी ने कहा कि आंदोलनकारी सीपीआई और सीपीएम के नेता हैं। उन्होंने किसान आंदोलन पर बात करते हुए ये नहीं बताया कि वो फंडिग करने वाले तीन मुख्यमंत्री कौन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर शकुनी का काम कर रही है और किसानों को भटना रही है।
केंद्र सरकार के तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो महीने से आंदोलन कर रहा है। इस बीच गणतंत्र दिवस को ट्रैक्टर रैली हिंसा से लेकर देशव्यापी चक्का जाम के जरिए मोदी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की गई। अब किसानों की खाप पंचायतों ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी है। कुरुक्षेत्र के गांव गुमथला गढु में किसान महापंचायत में हजारों लोग उमड़े।
राकेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित कर कृषि कानूनों को सरकार से वापस लेने की मांग की। टिकैत के समर्थन में इससे पहले हरियाणा के जिंद में भी हजारों किसान जुटे थे।