Budget 2021: करदाताओं को मोदी सरकार के बजट से क्यों नहीं मिली कोई राहत?

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज लोकसभा में बजट पेश किया है। कोरोना संकट के बाद पहली बार पेश किए गए बजट पर हर किसी की निगाहें टिकी रहीं। टैक्स से लेकर रोजगार हर मोर्चे पर देश को इस बजट से काफी उम्मीदें रहीं। निर्मला सीतारमण ने लगातार तीसरा बजट करते हुए आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया है।
मोदी सरकार ने इस बजट में करदाताओं को कोई राहत नहीं दी है। लेकिन 75 साल पार के लोगों को रियायत जरूर दी है। सरकार ने इस बार टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया। स्टार्टअप पर 31 मार्च 2022 तक कोई टैक्स नहीं भरना होगा। वित्तीय घाटा 6.8 फीसदी रखने की कोशिश है। इस बजट में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 75 साल के बुजुर्गों को आईटीआर भरने की जरूरत नहीं होगी। इनके अलावा बजट में घोषणा की गई है कि पेंशन से होने वाली आय पर कोई टैक्स नहीं लग सकेगा। होम लोन पर मिलने वाली छूट को 2022 तक बरकरार रखने की घोषणा की गई है।
स्टार्टअप पर 31 मार्च 2022 तक कोई टैक्स नहीं भरना होगा। इस बजट में मोबाइल पार्ट्स पर छूट घटा दी गई है। इसके चलते मोबाइल फोन महंगा हो जाएगा। मोबाइल फोन के साथ चार्ज भी महंगे हो जाएंगे। इसके अलावा कॉटन पर कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी बढ़ाई गई है। इस कारण कपड़ों की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिला।