प्रशासन गांवों के संग अभियान: शिविर में ग्रामीणों को मिली राहत, जताया आभार

गंगापुरसिटी। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत ग्राम पंचायत उमरी में शिविर आयोजित किया गया। उपखंड अधिकारी अनिल चौधरी ने बताया कि शिविर में उमरी निवासी प्रार्थी प्रेमचंद रैगर व धर्मेन्द्र ने जमाबंदी में अपने पिता का नाम शुद्धिकरण के लिए आवेदन कर बताया कि जमाबंदी में पिता का नाम विशन्या दर्ज है, जबकि पिता का सही नाम किशन्या है। इस पर तहसीलदार से शिविर में ही आवेदन की जांच कराई गई और मौजूद ग्रामीणों से प्रार्थीगणों के पिता के बारे में जानकारी ली गई। ग्रामीणों ने बताया कि प्रार्थी प्रेमचंद, धर्मेन्द्र वगैरहा के पिता का सही नाम किशन्या है। इस पर तहसीलदार की रिपोर्ट पर प्रार्थीगण के आवेदन पर उनके पिता का नाम विशन्या के स्थान पर किशन्या करने का आदेश जारी कर तहसीलदार को पालना के लिए भेजा गया। जमाबंदी में पिता का नाम सहीं होने पर उन्होंने राज्य सरकार की ओर से संचालित अभियान की प्रशंसा की।
राजस्व गांव का भेजा प्रस्ताव
इसी प्रकार शिविर में चिरौली की ढाणी को राजस्व गांव बनाने का जिला कलक्टर को प्रस्ताव भेजा गया। उपखंड अधिकारी चौधरी ने बताया कि शिविर में ग्राम के नक्शे, जमाबंदी, जनसंख्या आदि के बारे में जानकारी करने पर पाया कि शिविर स्थल से एक से डेढ किमी दूर ग्राम चिरौली की ढाणी स्थित है। ढाणी की आबादी करीब 500 व्यक्ति की व 150 से 175 परिवार रहते हैं। यह गांव आज तक राजस्व गांव घोषित नहीं हुआ है। इस पर चिरौली की ढाणी पहुंच कर ग्रामीणों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि उनके द्वारा पूर्व चिरौली की ढाणी को राजस्व ग्राम बनवाने के लिए काफी प्रयास किए गए। कार्यालयों के चक्कर लगाने के बाद भी राजस्व ग्राम नहीं बनने पर थक हार कर बैठ गए। इसके बाद शिविर स्थल पर पहुंच कर पटवारी, गिरदावर व तहसीलदार को चिरौली की ढाणी को चिरौली नाम से नया राजस्व ग्राम बनाने के निर्देश दिए। साथ ही नया राजस्व गांव बनाने के प्रस्ताव की औपचारिकताएं पूर्ण कर प्रस्ताव जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर को भेजा गया। इस पर ग्रामीणों ने मिली राहत पर शिविर आयोजन के लिए राज्य सरकार का आभार जताया। राजस्व ग्राम बन जाने पर उनके गांव में अन्य राजकीय कार्यालय खुल जाएंगे एवं ग्राम की सुविधाओं का विस्तार होगा।