आठ जिलो में रात 8 से सुबह 6 बजे तक CURFEW: मास्क नहीं लगाने पर लगेगा 500 रुपए जुर्माना

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ चुकी है। इसमें लोगों को सावचेत रहने की आवश्यकता है। जहां तक संभव हो शादी-समारोह में जाने से बचें। हो सकता है आप भी कोरोना की चपेट में आ जाएं, आपके कोरोना होने से आपका परिवार भी संकट में आ सकता है। घर से बाहर निकलते समय आवश्यक रूप से मास्क लगाएं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान के 8 जिलों में रविवार रात से नाइट कर्फ्यू लागू किया जाएगा। शनिवार रात हुई आपात कैबिनेट मीटिंग के बाद जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, अलवर और भीलवाड़ा में रात 8 से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया। मास्क न पहनने पर अब 500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। यह पहले 200 रुपए था। अशोक गहलोत ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी। इसमें कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कई बड़े फैसले लिए गए हैं।

  • बस, ट्रेन, प्लेन में सफर सहित आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।
  • शॉपिंग मॉल, बाजार आदि शाम सात बजे से ही बंद करा दिए जाएंगे।
  • स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला भी टाल दिया गया है।
  • शादियों में 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे।
  • नाइट कर्फ्यू वाले जिलों में 100 से ज्यादा कर्मचारियों वाले दफ्तर का 25% स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेगा। बाकी स्टाफ रोटेशन पर आएगा।

आज कोरोना के 3 हजार केस सामने आए
राजस्थान में शनिवार को 3 हजार केस सामने आए हैं। जयपुर और जोधपुर में ही 995 मामले हैं। प्रदेश के कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है। हालांकि, इससे शादियों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल आने वाले लोगों को अलग रखा गया है। स्कूल-कॉलेज में परीक्षा देने वाले भी इससे प्रभावित नहीं होंगे।

मरीजों के आंकड़े छुपाना अपराध : गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में कोरोना मरीजों के आंकड़े सरकार जारी कर रही है। कोरोना मरीजों की संख्या कौन छुपाना चाहेगा? छिपाने से बीमारी का पता ही नहीं चलेगा। प्रदेश में कोरोना को लेकर पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए निर्देश हैं। कोरोना के मरीजों का आंकड़ा छुपाना तो खतरनाक है। यह किसी अपराध से कम नहीं है।

शनिवार, रविवार को लॉकडाउन का सुझाव
मंत्रिपरिषद की मीटिंग में एक मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाया जाए, जिससे कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद मिले। हालांकि इस पर ज्यादा चर्चा नहीं हो पाई और न ही सहमति बनी।

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