महंगाई भत्ता फ्रीज करने के विरोध में रेल कर्मचारियों ने काला रिबन लगाकर अपनी ड्यूटी को दिया अंजाम

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गंगापुर सिटी। केंद्र सरकार द्वारा गत दिनों केंद्रीय कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत को 1 जनवरी 2020 से जून 2021 तक फ्रीज किए जाने के निर्णय के विरोध में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के आह्वान पर मंगलवार को रेल कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्य स्थलों पर सरकार के निर्णय के विरोध में काला रिबन बांधकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया।
उल्लेखनीय है कि रेल कर्मचारी कोविड-19 कोरोना महामारी के भयावह वातावरण में भी पूरी मुस्तैदी के साथ में माल गाडिय़ों का संचालन कर रहे हैं। देश की खाद्य आपूर्ति एवं अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सरकार के निर्णय से कर्मचारियों में निराशा का वातावरण है।
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन एवं मंडल सह सचिव श्रीप्रकाश शर्मा ने बताया कि सरकार का निर्णय एक-तरफा है और इस निर्णय के चलते करोड़ों लोग प्रभावित होने वाले हैं। सरकार द्वारा वर्तमान में कई ऐसी बहुत ज्यादा लागत वाली योजनाएं चलाई जा रही है जिनका कोई विशेष लाभ नहीं है। यदि सरकार को अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करनी है तो इन निरर्थक योजनाओं को तुरंत प्रभाव से बंद कर देना चाहिए। लेकिन जो कोरोना वायरस महामारी के बीच भी अपने और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर आम आदमी की सेवा कर रहे हैं, देश की सेवा कर रहे हैं, ऐसे कर्मचारियों और सेवानिवृत्त हो चुके बुजुर्ग कर्मचारियों के वेतन से महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत को रोकना बहुत ही हतोत्साहित करने वाला निर्णय है। यूनियन इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है।
यूनियन के नेताओं ने बताया कि मंगलवार को पूरे पश्चिम मध्य रेलवे में सभी स्टेशनों, सभी कार्यालयों, कार्य स्थलों पर कर्मचारियों ने सरकार के निर्णय के खिलाफ काला रिबन बांधकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया। कर्मचारियों का यह सांकेतिक विरोध 3 मई तक चलेगा। इस दौरान सोशल डिस्टेंस की पालना का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।